Farmers tractor rally: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर पिछले 43 दिनों से धरने पर बैठे किसान गुरुवार ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर भी आंदोलनकारी किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली घेरने निकल चुके हैं. किसानों का कहना है कि आज की रैली से वे सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सर्द मौसम में भी किसान अपनी मांग पूरी करवाने को अड़े हुए हैं. 8 जनवरी को किसानों और सरकार की बैठक होगी.
किसानों ट्रैक्टर मार्च में महिला किसान भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहीं हैं. ऐसी ही एक महिला से बात की हमारे संवाददाता सौरभ शुक्ला ने, 54 साल की किसान कुलबीर कौर भी पुरूष किसानों के साथ ख़ुद अपना ट्रैक्टर लेकर निकल पड़ी हैं. कुलबीर कौर ख़ुद पंजाब के पटियाला में खेती करती हैं. उनका कहना है कि पति और बेटे मौत हो चुकी ऐसे में अब घर चालने वाला कोई नहीं है.
उन्होंने कहा, "मेरी दो एकड़ ज़मीन है, पति की 2014 में और बेटे की अभी कोरोना से मौत हो चुकी है. ख़ुद किसानी करने के अलावा कोई चारा नही है."
गुरुवार को किसानों के ट्रैक्टर मार्च के चलते जिस ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तमाम लग्जरी गाड़ियां तेज रफ़्तार से दौड़ती थीं, आज वहां पर किसान अपने ट्रैक्टरों से मार्च कर रहे हैं. किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर भारत का झंडा भी लगाया है. किसानों का कहना है कि अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी पर दिल्ली की सड़कों पर अपने ट्रैक्टरों को दौड़ाएंगे जिससे वो खेती करते हैं.
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कड़ी सुरक्षा के बीच हजारों किसानों ने गुरुवार को तीन कृषि कानूनों (Farm laws)के खिलाफ प्रदर्शन स्थल-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से ट्रैक्टर रैली निकाली.भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के प्रमुख जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि 3500 से ज्यादा ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों के साथ किसान मार्च में हिस्सा ले रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने कहा कि 26 जनवरी को हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले ट्रैक्टरों की प्रस्तावित परेड के पहले यह ‘‘रिहर्सल'' की तरह है.
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दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस के कर्मियों की भारी तैनाती के बीच ट्रैक्टर पर सवार किसानों ने कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे की ओर मार्च शुरू किया. भाकियू नेता राकेश टिकैत की अगुवाई में ट्रैक्टर मार्च पलवल की तरफ बढ़ा है.
संयुक्त किसान मोर्चा के एक वरिष्ठ सदस्य अभिमन्यु कोहाड़ ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आगामी दिनों में हम तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेंगे. आज के मार्च में हरियाणा से करीब 2500 ट्रैक्टर आए हैं.''उन्होंने, ‘‘हम आगाह करना चाहते हैं कि अगर सरकार हमारी मांगें स्वीकार नहीं करेगी तो किसानों का प्रदर्शन आगे और तेज होगा.''सिंघू से टिकरी बॉर्डर, टिकरी से कुंडली, गाजीपुर से पलवल और रेवासन से पलवल की तरफ ट्रैक्टर रैलियां निकाली गयी है.
(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)
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