असम में कोरोनावायरस (COVID 19) संक्रमण के कारण स्वास्थ्य विभाग को मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा की बेहद जरूरत है. ऐसे में असम पुलिस के 67 पुलिसकर्मियों ने मिसाल पेश की है. कोरोनावायरस संक्रमित होने के बाद ठीक होने वाले सभी 67 पुलिसकर्मी प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आगे आए.
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गुवाहाटी के जीएमसीएच ऑडोटोरियम में राज्य स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ मिलकर असम पुलिस ने प्लाज्मा डोनेशन कैंप रविवार को आयोजित कराया गया. कुल 67 पुलिसकर्मियों में 43 पुलिसकर्मी प्लाज्मा डोनेशन के लिए योग्य पाए गए. डोनेशन कैंप में हिस्सा लेने वाले सभी पुलिसकर्मियों को राज्य स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, स्वास्थ्य विभाग के राज्यमंत्री पिजुश हजारिका, असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंता, एडीजीपी (ए) हरमित सिंह, गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर एमपी गुप्ता समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया.
इस मौके पर बात करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि असम पुलिस ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, ''असम पुलिस लोगों की जान बचाने को प्लाजमा डोनेट करने के लिए आगे आई. बलिदान और असम पुलिस के योगदान को सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों व जरूरतमंदों को दवाइयां देकर और अच्छे से देखरेख करके एक मिसाल कायम की है."
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असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंता ने कहा कि यह हमारे डिपार्टमेंट के लिए गौरव का क्षण है, क्योंकि सभी पुलिसकर्मी स्वेच्छा से प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आए.
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