Delhi Health Assistant Job : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने बुधवार को डिजिटल प्रेस कान्फ्रेंस में ये बात कही. केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) और स्टोरेज की तैयारी अस्पताल में की जा रही है. कोरोना के घटते मामलों के बीच मेडिकल स्टॉफ (Medical Staff) की कमी को ध्यान में रखते हुए 5000 हेल्थ असिस्टेंट (Delhi 5000 Health Assistant Job) तैयार करने का प्लान बनाया गया है. उन्होंने कहा कि 5000 युवाओं को 2 हफ्ते की ट्रेनिंग दी जाएगी. दिल्ली के 9 बड़े मेडिकल इंस्टीट्यूट में बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी.ये युवा डॉक्टर और नर्स के निर्देश पर काम करेंगे. होम केयर या फर्स्ट एड में इनकी मदद ली जाएगी.
In 1st & 2nd waves, we saw shortage of medical & paramedical staff. So, govt has an ambitious plan-to prepare 5000 health assistants. 5000 youth will be trained by IP University for 2 weeks each. They'll be given basic training at Delhi's 9 major medical institutes: CM Kejriwal pic.twitter.com/RAsWRfMGIv
— ANI (@ANI) June 16, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीका लगाने, ब्लड प्रेशर जांचने, डायपर बदलने का काम करना, सैंपलिंग जैसे काम ये 5000 ट्रेनी कर सकेंगे. जितने दिन काम करेंगे, उतने दिन की सैलरी मिलेगी. केजरीवाल के मुताबिक,17 जून से एप्लिकेशन लेनी शुरू की जाएगी.इसके लिए 12वी क्लास में पास होना जरूरी होगा, 18 साल से अधिक उम्र हो. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर में मैन पावर तैयार करने में आसानी होगी.
कोरोना से हुई मौतों का ऑडिट करें अस्पताल और राज्य, ताकि पारदर्शिता आए : AIIMS प्रमुख
केजरीवाल ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान मेडिकल और पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी महसूस की गई. लिहाजा 5000 हेल्थ असिस्टेंट नियुक्त करने का प्लान तैयार किया गया है. इन 5 हजार युवाओं को दो हफ्ते कक आईपी यूनिवर्सिटी में प्रशिक्षण दिया जाएगा. इन स्वास्थ्य सहायकों को नर्सिंग, पैरामेडिक्स और जीवनरक्षक और होम केयर जैसी सेवाओं का बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा.
गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर में बड़ी संख्या में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के अस्पतालों में बेहिसाब कोरोना मरीजों के बीच ऑक्सीजन का संकट पैदा हो गया था. दिल्ली मे ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ स्टोरेज की समस्या भी थी. ऐसे में तमाम मरीजों की मौत हो गई.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं