
UP Politics: राजनीति के बारे में एक कहावत बड़ी मशहूर है. जैसा होता है वैसा दिखता नहीं है. मतलब तस्वीरों के भरोसे राजनीति का मर्म नहीं पढ़ा जा सकता है. पर ये भी सच है कि कुछ ऐसे मौक़े होते हैं, जहां बस तस्वीरें ही बोलती है. रविवार को यूपी की राजधानी लखनऊ में एक ऐसा ही मौक़ा रहा. दरअसल रविवार को यूपी में नए सिपाहियों को नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें चीफ गेस्ट केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रहे. उन्हें इस ख़ास मौक़े के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलाया था. लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार अमित शाह और योगी आदित्यनाथ साथ नज़र आए. साथ ही नहीं, दोनों मंच पर बड़े सहज दिखे. शाह और योगी आपस में बातें करते रहें. मंच से दोनों ने एक दूसरे की जम कर तारीफ़ की.
योगी ने 9 बार किया गृह मंत्री का जिक्र, अमित शाह ने भी UP सीएम को सराहा
योगी ने एक दो नहीं नौ बार गृह मंत्री का ज़िक्र किया. अमित शाह ने भी मोदी जी की योजनाओं को सही मायने में योगी जी ने ज़मीन पर उतारा है. मंच पर दोनों की केमिस्ट्री ही अब नई चर्चा का विषय है. बीते दिनों अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के संबंध को लेकर न जाने क्या क्या कहा गया था! अरविंद केजरीवाल ने तो कह दिया था कि योगी चुनाव ख़त्म होते ही हटा दिए जाएंगे. बीजेपी के चार सौ पार के नारे को लेकर केजरीवाल ने ऐसा कहा था.
माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah जी के कर-कमलों द्वारा आज लखनऊ में विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल @Uppolice की अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा में आरक्षी नागरिक पुलिस के पद पर चयनित 60,244 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए गए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 15, 2025
गरीब से गरीब परिवार… pic.twitter.com/KdzsQcRWzS
अखिलेश बार-बार दिल्ली बनाम लखनऊ की चर्चा करते हैं
अखिलेश यादव भी बार-बार दिल्ली बनाम लखनऊ वाली झगड़े की चर्चा करते रहते हैं. उन्होंने ने तो ये आरोप भी लगाया था कि डबल इंजन सरकार के अब इंजन ही नहीं डब्बे भी टकराने लगे हैं. खुद बीजेपी के अंदर से ही ये बातें आती रहती हैं. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के संगठन सर्वोपरि है वाले बयान पर भी बहुत विवाद हुआ था. पर अब शाह और योगी की नई केमिस्ट्री वाली फोटो ने विपक्ष के होश उड़ा दिए हैं.
विपक्ष ने तलाशा नया बहाना, कहानी अखबार के विज्ञापन की
विपक्ष ने भी एक नया बहाना ढूढ ही लिया. अमित शाह बनाम योगी आदित्यनाथ के एजेंडे के लिए नया मुद्दा आ गया है. अख़बारों में छपे एक विज्ञापन के नाम पर ये खेल करने की तैयारी है. कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने अमित शाह के फोटो न होने को साज़िश बता दिया है. वे कहते हैं प्रचार जीवी प्रदेश सरकार, दिखावा ही दिखावा.

आज लखनऊ में पुलिस नियुक्ति पत्र बांटने वाले गृह मंत्री अमित शाह की फोटो नहीं है सरकारी विज्ञापन में. समाजवादी पार्टी को भी मौक़ा मिल गया. पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह कहते हैं मंच पर साथ आना बस तमाशा है. दिल्ली और लखनऊ छोड़िए यहां तो सीएम से खिलाफ डिप्टी सीएम और फिर दोनों डिप्टी सीएम भी आपस में लगे पड़े हैं. वैसे यही विपक्ष तो कल तक दोनों के साथ नज़र नहीं आने पर विवाद बढ़ा रहा था.
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