
दुरंतो एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतरे
मुंबई:
नागपुर से मुंबई आ रही दुरंतो एक्सप्रेस के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए.आसनगांव-वासिंग के बीच टिटवाला स्टेशन पर सुबह 6.30 बजे यह हादसा हुआ. एसी कोच के डिब्बे पटरी से उतरे. लगातार हो रही बारिश से पहाड़ी मिट्टी, पत्थर खिसककर पटरी पर आने से यह हादसा हुआ है. 10 दिनों में यह चौथा ट्रेन हादसा है. कुछ लोगों के घायल होने की भी सूचना है.
मध्य रेलवे के शीर्ष अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर हैं. मध्य रेलवे के प्रवक्ता एके जैन ने बताया कि बेपटरी हुए डिब्बों में इंजन भी है. हालांकि, अभी तक रेलगाड़ी के बेपटरी होने के सही कारण का पता नहीं चल पाया है. ऐसा अंदेशा है कि बीते तीन दिनों में कसारा घाट खंड पर भारी बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक के कुछ हिस्से टूट गए थे. इस घटना से पूरी रेलवे लाइन प्रभावित हुई हैं, जिससे सुबह पीक आवर में यात्रियों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है.
पढ़ें: भारत के 10 बड़े ट्रेन हादसों पर एक नजर

पढ़ें: वाशिंगटन में पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बे, लोगों को आई हल्की चोटें
लगातार हो रहे हैं हादसे
इससे पूर्व हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस शनिवार शाम दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थीं, जिसके कारण 23 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए थे. इसी महीने गया मुगलसराय रूट पर मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी. करमनासा और धनीछा के बीच मालगाड़ी के 20 डिब्बे पटरी से उतरे थे. मई में यूपी के उन्नाव रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (22121) के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. अप्रैल में कर्नाटक में कलगापुर स्टेशन के पास औरंगाबाद-हैदराबाद ट्रेन के चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
मध्य रेलवे के शीर्ष अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर हैं. मध्य रेलवे के प्रवक्ता एके जैन ने बताया कि बेपटरी हुए डिब्बों में इंजन भी है. हालांकि, अभी तक रेलगाड़ी के बेपटरी होने के सही कारण का पता नहीं चल पाया है. ऐसा अंदेशा है कि बीते तीन दिनों में कसारा घाट खंड पर भारी बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक के कुछ हिस्से टूट गए थे. इस घटना से पूरी रेलवे लाइन प्रभावित हुई हैं, जिससे सुबह पीक आवर में यात्रियों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है.
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लगातार हो रहे हैं हादसे
इससे पूर्व हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस शनिवार शाम दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थीं, जिसके कारण 23 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए थे. इसी महीने गया मुगलसराय रूट पर मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी. करमनासा और धनीछा के बीच मालगाड़ी के 20 डिब्बे पटरी से उतरे थे. मई में यूपी के उन्नाव रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (22121) के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. अप्रैल में कर्नाटक में कलगापुर स्टेशन के पास औरंगाबाद-हैदराबाद ट्रेन के चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
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