Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
बताया गया है कि लगभग 18 फुट लम्बी और चार फुट चौड़ी यह सुरंग वर्ष 2008 में हुए अहमदाबाद सीरियल धमाकों के 14 आरोपियों ने बनाई थी, लेकिन वक्त रहते सुरंग का पता चल गया, और वे फरार नहीं हो पाए।
जेल प्रशासन के अनुसार, वर्ष 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल बम धमाकों के आरोपियों में से कुछ सिविल इंजीनियर भी हैं, और उन्होंने खाने के लिए उन्हें दिए जाने वाले बर्तनों का इस्तेमाल सुरंग बनाने में किया। दरअसल, उन्हें हर रोज़ जेल के गार्डन में तीन घंटे काम करने के लिए भेजा जाता था, और वे वहां से सुरंग खोदने का काम करते रहे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 के इन सीरियल धमाकों में 50 लोग मारे गए थे, और अब इस बात की जांच के आदेश दिए गए हैं, कि कहीं कोई सुरक्षाधिकारी जेल में सुरंग बनाने की इस साजिश का हिस्सा तो नहीं है। इस वक्त जेल में लगभग 3,700 कैदी बंद हैं, जबकि इसकी क्षमता 2,800 कैदियों की है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं