हैदराबाद के एनटीआर मार्ग पर हुआ विशाल गड्ढा.
- हैदराबाद में बीती रात में दो घंटे में हुई 106 से 164 मिमी बारिश
- शहर के कई इलाकों में बाढ़, लोगों का घरों से निकलना हुआ मुश्किल
- सरकार के मुताबिक अतिक्रमण के कारण ड्रेनेज की बड़ी समस्या
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हैदराबाद:
हैदराबाद में भारी बारिश के चलते नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) को सतर्क कर दिया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर यह बल तुरंत बचाव कार्य में जुट सके.
मौजूदा हालात को लेकर शहर के नगरीय निकाय के आयुक्त बी जनार्दन ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के एनडीआरएफ के कमांडेंट को पत्र लिखा है. कल रात में भारी बारिश हुई है. यदि इसी तरह बारिश की पुर्नावृत्ति होती है तो हालात खतरनाक हो सकते हैं.
बीती रात में शहर में दो घंटे के अंतराल में 106 से 164 मिमी बारिश हुई. तेज बारिश से सड़कें नदियों में बदल गईं और कालोनियों ने झीलों का रूप ले लिया. इन हालात में लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकालने पर मजबूर होना पड़ा.
शहर में बारिश का असर खास कुकटपल्ली क्षेत्र में ज्यादा हुआ. इस इलाके की अलविन कालोनी, बालागनर, निजामपेठ और बेगमपेट के मयूर मार्ग पर पानी भर गया. इन इलाकों में घरों से बाहर आने में असमर्थ लोग संघर्ष कर रहे थे. बिजली गुल होने और साफ पानी के बिना वे खाना बनाने में भी असमर्थ थे. इन इलाकों में सड़कों पर खड़ी कारें आधी डूबी हुई दिखाई दीं. एनटीआर मार्ग पर एनटीआर गार्डन के सामने पर सीवरेज का एक छोटा गड्ढा बारिश के चलते करीब दो घंटे में विशाल गड्ढे में तब्दील हो गया. 
बारिश के कारण रंगारेड्डी जिले में सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए. हैदराबाद में कुछ स्कूल खुले थे लेकिन वहां से भी बच्चों को जल्दी घर भेज दिया गया. रेड्डी ने एनडीटीवी को बताया कि ''हैदराबाद में एक घंटे में दो सेमी बारिश हो तो नियंत्रण संभव है लेकिन अगर इसमें कई गुना वृद्धि हो जाए तो हम इसके लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे में हम केवल नुकसान रोकने, राहत और बचाव कार्य ही कर सकते हैं. ''
सीवरेज के पॉटहोल को लेकर शहर की जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के प्रमुख दाना किशोर ने कहा कि अंडरग्राउंड ड्रेनेज एक दिन में 200 मिलियन लीटर पानी लेने के लिए डिजाइन किया गया है. लेकिन कल रात की बारिश के चलते 400 एमएलडी पानी ड्रेनेज लाइन में पहुंचा. इसी से हालात खराब हुए. उन्होंने कहा कि '' हम नुकसान रोकने के लिए ड्रेनेज के पानी को पांच अन्य दिशाओं में परिवर्तित कर रहे हैं.'' 
जिस सड़क पर विशाल गड्ढा हो गया है वह 20 साल पहले विश्व बैंक परियोजना के तहत बनाई गई थी. मंत्री तलासानी श्रीनिवास यादव ने कई निचले इलाकों का दौरा किया. उन्होंने कहा कि शहर में नालियों पर अतिक्रमण एक बड़ा मुद्दा है. हैदराबाद में 390 किमी के ड्रेन नेटवर्क पर लगभग 28,000 अवैध निर्माण हैं. उन्होंने कहा कि '' इन लोगों को हटाना राजनीतिक और कानूनी तौर पर बहुत मुश्किल है. प्रतिपक्ष इसको लेकर राजनीति करेगा. इसके अलावा अतिक्रमण करने वालों को अदालत से राहत भी मिल जाती है. ऐसे में हम आगे कैसे बढ़ें? ''
राज्य सरकार अवैध कब्जा करने वालों को अपनी डबल बेडरूम योजना के तहत वैकल्पिक आवास की पेशकश कर रही है. इस तरह अतिक्रमण करने वालों को शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है.
मौजूदा हालात को लेकर शहर के नगरीय निकाय के आयुक्त बी जनार्दन ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के एनडीआरएफ के कमांडेंट को पत्र लिखा है. कल रात में भारी बारिश हुई है. यदि इसी तरह बारिश की पुर्नावृत्ति होती है तो हालात खतरनाक हो सकते हैं.
बीती रात में शहर में दो घंटे के अंतराल में 106 से 164 मिमी बारिश हुई. तेज बारिश से सड़कें नदियों में बदल गईं और कालोनियों ने झीलों का रूप ले लिया. इन हालात में लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकालने पर मजबूर होना पड़ा.
शहर में बारिश का असर खास कुकटपल्ली क्षेत्र में ज्यादा हुआ. इस इलाके की अलविन कालोनी, बालागनर, निजामपेठ और बेगमपेट के मयूर मार्ग पर पानी भर गया. इन इलाकों में घरों से बाहर आने में असमर्थ लोग संघर्ष कर रहे थे. बिजली गुल होने और साफ पानी के बिना वे खाना बनाने में भी असमर्थ थे. इन इलाकों में सड़कों पर खड़ी कारें आधी डूबी हुई दिखाई दीं. एनटीआर मार्ग पर एनटीआर गार्डन के सामने पर सीवरेज का एक छोटा गड्ढा बारिश के चलते करीब दो घंटे में विशाल गड्ढे में तब्दील हो गया.

बारिश के कारण रंगारेड्डी जिले में सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए. हैदराबाद में कुछ स्कूल खुले थे लेकिन वहां से भी बच्चों को जल्दी घर भेज दिया गया. रेड्डी ने एनडीटीवी को बताया कि ''हैदराबाद में एक घंटे में दो सेमी बारिश हो तो नियंत्रण संभव है लेकिन अगर इसमें कई गुना वृद्धि हो जाए तो हम इसके लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे में हम केवल नुकसान रोकने, राहत और बचाव कार्य ही कर सकते हैं. ''
सीवरेज के पॉटहोल को लेकर शहर की जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के प्रमुख दाना किशोर ने कहा कि अंडरग्राउंड ड्रेनेज एक दिन में 200 मिलियन लीटर पानी लेने के लिए डिजाइन किया गया है. लेकिन कल रात की बारिश के चलते 400 एमएलडी पानी ड्रेनेज लाइन में पहुंचा. इसी से हालात खराब हुए. उन्होंने कहा कि '' हम नुकसान रोकने के लिए ड्रेनेज के पानी को पांच अन्य दिशाओं में परिवर्तित कर रहे हैं.''

जिस सड़क पर विशाल गड्ढा हो गया है वह 20 साल पहले विश्व बैंक परियोजना के तहत बनाई गई थी. मंत्री तलासानी श्रीनिवास यादव ने कई निचले इलाकों का दौरा किया. उन्होंने कहा कि शहर में नालियों पर अतिक्रमण एक बड़ा मुद्दा है. हैदराबाद में 390 किमी के ड्रेन नेटवर्क पर लगभग 28,000 अवैध निर्माण हैं. उन्होंने कहा कि '' इन लोगों को हटाना राजनीतिक और कानूनी तौर पर बहुत मुश्किल है. प्रतिपक्ष इसको लेकर राजनीति करेगा. इसके अलावा अतिक्रमण करने वालों को अदालत से राहत भी मिल जाती है. ऐसे में हम आगे कैसे बढ़ें? ''
राज्य सरकार अवैध कब्जा करने वालों को अपनी डबल बेडरूम योजना के तहत वैकल्पिक आवास की पेशकश कर रही है. इस तरह अतिक्रमण करने वालों को शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है.
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