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This Article is From Jul 25, 2023

पॉइजनिंग के मामले में बरते ये सावधानी, समय पर उठाए कदम से बच सकती है जान

किसी भी प्रकार के जहरीली चीज के कारण बीमार पड़ने और यहां तक कि जान का खतरा हो सकता है. इसे पॉइजनिंग(Poisoning) भी कहते हैं. आइए जानते हैं कैसे होते हैं पॉइजनिंग के लक्षण और पॉइजनिंग के मामले में सबसे पहले क्या करना चाहिए (First aid for Poisoning).

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पॉइजनिंग के मामले में बरते ये सावधानी, समय पर उठाए कदम से बच सकती है जान
जहर का असर होने पर कैसे करें उपचार.

जहर जानलेवा होती है. कई चीजें जहरीली होती हैं लेकिन कभी कभी किसी दवा या केमिकल के छूने, निगलने, सूंघने या इंजेक्ट किए जाने से भी जान जाने का खतरा उत्पन्न हो जाता है. कई चीजें मात्रा के कारण जहर बन जाती हैं. जैसे कुछ दवाएं और कार्बन मोनोऑक्साइड.  कई प्रकार के क्लीनर केवल निगलने पर ही नुकसान पहुंचाते हैं, जबकि कुछ से जहरीली गैसें निकलती हैं. कुछ दवाओं और केमिकल की थोड़ी मात्रा भी बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. किसी भी प्रकार के जहरीली चीज के कारण बीमार पड़ने और यहां तक कि जान का खतरा हो सकता है. इसे पॉइजनिंग(Poisoning) भी कहते हैं. आइए जानते हैं कैसे होते हैं पॉइजनिंग के लक्षण (Symptoms of Poisoning ) और पॉइजनिंग के मामले में सबसे पहले क्या करना चाहिए (First aid for Poisoning).

पॉइजनिंग से पीड़ित का उपचार इन बातों पर निर्भर करता है

-पीड़ित के लक्षण
-पीड़ित की आयु
-जहरीले पदार्थ का प्रकार और मात्रा

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कब करें पॉइजनिंग का संदेह (When to suspect poisoning)

पॉइजनिंग के लक्षण दौरे, शराब का नशा, स्ट्रोक और इंसुलिन प्रतिक्रिया के लक्षणों के समान नजर आ सकते हैं. पॉइजनिंग के लक्षणों में शामिल हैं

  • मुंह और होठों के आसपास जलन या रेडनेस
  • सांस से गैसोलीन या पेंट थिनर जैसे कैमिकल जैसी गंध
  • उल्टी करना
  • सांस लेने में दिक्क्त
  • उलझन भरी मानसिक स्थिति

अगर आपको पॉइजनिंग का संदेह हो तो आसपास पड़ी पिल्स की खाली शीशियों या पैकेट, बिखरी हुई गोलियां, और पीड़ित के आसपास की वस्तुओं पर जलने के दाग और गंध जैसे क्लू पर ध्यान दें.  बच्चों के मामले में दवा के पैच लगाने, दवा खा लेने या बैटरी निगल लेने जैसी घटना हो सकती है.

मदद के लिए कब कॉल करें (When to call for help)

यदि पीड़ित में ये लक्षण दिखें तो तुरंत 911 या अपने स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करें

  • बेहोशी या उनींदापन
  • सांस लेने में कठिनाई हो रही है या सांस लेना बंद हो गया हो
  • अनियंत्रित रूप से बेचैनी या उत्तेजित होना
  • दौरे पड़ना
  • पता हो कि जानबूझकर या गलती से अधिक मात्रा में दवाएं या कोई अन्य पदार्थ लिया गया है. इन स्थितियों में पॉजनिंग ज्यादा होती है.

सहायता आने तक ऐसे करें फर्स्ट एड (Take these actions until help arrives)

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जहर खाने पर

पीड़ित के मुंह में बचे हुए जहर को हटा दें. अगर संदिग्ध जहर घरेलू क्लीनर या अन्य रसायन है, तो कंटेनर के लेबल को पढ़ें और आकस्मिक पॉइजनिंग के लिए निर्देशों का पालन करें.

त्वचा पर जहर

दस्ताने का उपयोग करके जहर से प्रभावित कपड़े को हटा दें. त्वचा को शॉवर में या पाइप से 15 से 20 मिनट तक धोएं.

आंख में जहर

आंखों को ठंडे या गुनगुने पानी से 20 मिनट तक या मदद मिलने तक धीरे-धीरे धोएं.

पीड़ित उल्टी करता है, तो दम घुटने से बचाने के लिए उसके सिर को बगल की ओर कर दें

यदि पीड़ित में जीवन के कोई लक्षण जैसे हिलना, सांस लेना या खांसना दिखाई न दे तो सीपीआर शुरू करें.

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