यह भी पढ़ें: सुबह खाली पेट चबा लें इस खुशबूदार चीज के 2 पत्ते, शाम तक कंट्रोल में आ जाएगा आपका बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल
पार्किंसन रोग के बारे में आपको पता होनी चाहिए ये बातें:
पार्किंसन रोग एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे न्यूरोन्स की कमी या मृत्यु के कारण उत्पन्न होती है. यह रोग आमतौर पर बढ़ते उम्र के लोगों में पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी युवाओं में भी देखा जा सकता है. इसका मुख्य कारण डोपामाइन नामक एक रसायनिक पदार्थ की कमी है, जो न्यूरोन्स को संचारित करने में बड़ी भूमिका निभाता है.
पार्किंसन रोग के कारण (causes of parkinson's disease)
पार्किंसन रोग के कारण कई हो सकते हैं, जिसमें उम्र, आनुवंशिक तत्व, पर्यावरणीय कारक शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा, हाई स्ट्रेस, अनियमित भोजन, नियमित व्यायाम की कमी और अन्य सेहत संबंधित समस्याएं भी इस रोग को बढ़ा सकती हैं.
पार्किंसन रोग के लक्षण (symptoms of parkinson's disease)
पार्किंसन रोग के लक्षण समय के साथ बदलते रहते हैं. शुरुआती लक्षण कंपन, ठीक से चलने की समस्या, हाथ की कमजोरी, शरीर के अन्य हिस्सों में कमजोरी हो सकती है. धीरे-धीरे, व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान गायब हो सकती है, भोजन को निगलने में परेशानी हो सकती है.
यह भी पढ़ें: सुबह शाम पिएं इस चीज का काढ़ा, 15 दिनों में पेट की चर्बी जाएगी पिघल, मोटा पेट रह जाएगा बस आधा, फिट दिखेंगे आप
पार्किंसन रोग का इलाज (Parkinson's disease treatment)
पार्किंसन रोग का उपचार डोपामाइन की वृद्धि को लक्ष्य बनाता है, जिससे लक्षणों को कम किया जा सके. इसके लिए डॉक्टर दवाओं, थेरेपी और अन्य चिकित्सीय उपायों का सुझाव देते हैं.
पार्किंसन रोग से बचाव (Parkinson's disease prevention)
पार्किंसन रोग के बचाव के लिए, नियमित व्यायाम, हेल्दी डाइट, अच्छी नींद और तनाव को कम करने की जरूरत होती है. इसके अलावा, डॉक्टर की सलाह और रेगुलर चेकअप करना भी जरूरी होता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)