ये हार्मोन है महिलाओं के मजबूत दिल का राज, लेकिन मेनोपॉज के बाद बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा, जानिए क्यों?

महिलाओं में कुछ ऐसे हार्मोन (hormones) होते हैं जो उनके दिल को मजबूत रखते हैं. इस हार्मोन का नाम है एस्ट्रोजन. हालांकि एस्ट्रोजन एक किस्म का सेक्स हार्मोनहै, जो महिलाओं के शरीर में संतुलन बनाए रखने के साथ दिल को भी मजबूत बनाता है.

नई दिल्ली:

Sudden death in young people: एक समय था जब हार्ट अटैक (heart attack) को बुढ़ापे की बीमारी कहा जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है. आज हार्ट अटैक से जान गवां चुके लोगों में 20 साल का युवा और 35 साल का व्यस्क भी शामिल है. हार्ट अटैक और दिल से जुड़ी अन्य बीमारी (heart-related diseases) से जान गवांने वाले घटनाएं इन दिनों आम हैं. लेकिन क्या आपने ये नोटिस किया कि ऐसी घटनाओं की शिकार पुरुषों की तुलना में महिलाएं बहुत कम नजर आती हैं. कारण कि महिलाओं में कुछ ऐसे हार्मोन (hormones) होते हैं जो उनके दिल को मजबूत रखते हैं. इस हार्मोन का नाम है एस्ट्रोजन (estrogen).

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एस्ट्रोजन एक किस्म का सेक्स हार्मोन (sex hormone) है. जो महिलाओं के शरीर में संतुलन बनाए रखता है. यही हार्मोन महिलाएं के दिल को भी मजबूत बनाता है. लेकिन मेनोपॉज (menopause) के समय के साथ इस हार्मोन का असंतुलन शुरू हो जाता है और महिलाएं में भी पुरुषों की तरह हार्ट अटैक का खतरा (risk of heart attack) बढ़ जाता है. इसके अलावा महिलाओं को बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

एस्ट्रोजन असंतुलन का असर (effect of estrogen imbalance)

  • एस्ट्रोजन का लेवल कम या ज्यादा होने से पीरियड्स का समय भी अनियमित हो सकता है. 
  • पीरियड्स के समय ब्लीडिंग की मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है.
  • ब्रेस्ट या यूट्रस में गांठ होने की संभावना बढ़ सकती है.
  • मूड स्विंग और नींद में कमी भी इसी की वजह हो सकती है.
  • थकान और डिप्रेशन का भी सामना करना पड़ सकता है. 
  • इस दौरान वजन भी बढ़ सकता है.

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एस्ट्रोजन का संतुलन महिलाओं को कई तकलीफों से बचाता है. MAX-BLK DELHI में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ.विकास ठाकरान के अनुसार कुछ मामलों में मेनोपॉज से पहले भी महिलाएं हार्ट अटैक का शिकार हो सकती हैं.

एक्सपर्ट की सलाह (Expert Advice)

  • डॉ. ठाकरान के मुताबिक महिलाओं या पुरुषों दोनों की एक आदत हार्ट अटैक का बड़ा कारण है, ये आदत है स्मोकिंग की. जो महिलाएं या पुरुष नियमित स्मोकिंग करते हैं वो कभी भी हार्टअटैक का खतरा मोल ले सकते है.
  • इसके अलावा जिन महिलाओं को शुगर हो या बीपी या थायराइड से जुड़ी समस्या है, तो वो हार्ट अटैक और इसके अलावा कई तरह के रोग का शिकार हो सकती हैं. अक्सर बच्चे की डिलीवरी के बाद शुगर, बीपी जैसी परेशानियां महिलाओं में शुरू हो सकती है. 

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कैसे बचें? (How To Prevent)

मेनोपॉज या एस्ट्रोजन में असंतुलन के बाद शरीर को संभालने का तरीका का एक्सरसाइज. डॉ. ठाकरान की सलाह है कि महिलाओं को थोड़ा वक्त निकालकर एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. वर्कआउट करके और एक्टिव रहकर महिलाओं अपने दिल की रक्षा कर सकती है और दिल की बीमारियों के जोखिम से बच सकती हैं. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.