Vaginal Hygiene - Do's and Don'ts : महिलाएं अक्सर वजाइनल इंफेक्शन (vaginal infection) की शिकार हो जाती है. इस इंफेक्शन की वजह से वजाइना में खुजली होना, रैशेज पड़ना, जलन या फिर दर्द जैसी समस्या हो सकती है. कई बार यह समस्या वजाइन की सही ढंग से सफाई नहीं करने के कारण भी होती है. जबकि वजाइना को साफ रखना सबसे ज्यादा आसान है. बस आपको वजायनल क्लीनिंग (Vaginal Cleaning) का सही तरीका पता होना चाहिए. एक्सपर्ट्स के मुताबिक वजाइना शरीर का ऐसा भाग है जो खुद को क्लीन करता है. यही वजह है कि एक्सपर्ट भी इस काम के लिए ज्यादा एफर्ट लगाने की जगह सही एफर्ट लगाने के तरीकों पर जोर देते हैं. अगर आप भी बार-बार वजाइनल इंफेक्शन (Vaginal infections) की शिकार हो जाती हैं तो एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (Asian Institute of Medical Sciences) की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सोनम गुप्ता से जानिए वजायना को क्लीन और इंफेक्शन फ्री (Vaginal Infection) रखने के सही और आसान तरीके.
मोटापा कम करने के लिए आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां! हो सकता है भारी नुकसान
वॉश करने का सही तरीका (How to Clean Your Vagina and Vulva)
- कई महिलाएं जितनी बार यूरिन के लिए जाती हैं जेट स्प्रे से वजायना को वॉश करती हैं. डॉ. सोनम गुप्ता के मुताबिक वजाइना को सिर्फ वॉश करके छोड़ देना इंफेक्शन का कारण बनता है. वॉशिंग के बाद हमेशा वजाइना को टिश्यू पेपर से ड्राई करना चाहिए. लेकिन इसे भी सही तरीके से करना जरूरी है.
- टिश्यू पेपर से रगड़ कर कभी भी वजाइना के एरिया को क्लीन नहीं करें. इसकी जगह डैब करते हुए यानी टिश्यू पेपर से थपथपाते हुए ड्राई करें, नहीं तो रगड़ हो सकती है.
- इसके साथ ही कभी भी रेक्टम के एरिया से आगे की तरफ क्लीनिंग न करें. इससे रेक्टम के आसपास पनपने वाले बैक्टीरिया वजाइना में आ सकते हैं, इसलिए क्लीनिंग हमेशा आगे से पीछे की तरफ ही करना चाहिए.
Holi 2023: होली के लाल-पीले रंगों को हटाने के आसान तरीके
प्राइवेट पार्ट की सफाई में लड़कियां करती हैं ये गलतियां, डॉ से जानें सही तरीका...
योनि को कितनी बार धोना चाहिए? (How often you should wash your vagina, according to a gyno)
डॉ. सोनम गुप्ता का कहना है कि वजायना सेल्फ क्लीन होती है. इसलिए उसे बार बार वॉश करना या क्लीन करना जरूरी नहीं है. दिन में एक बार, नहाते हुए वजाइना को क्लीन करना ही काफी होता है. वजाइना को साफ करने के लिए बाजार के सलूशन से बचना चाहिए.
कैसे दवा के बिना भी ठीक हो सकते हैं वजाइनल इंफेक्शन
शरीर के दूसरे अंगों की तरह वजाइन को भी खुली हवा की जरूरत होती है. डॉ. सोनम गुप्ता की सलाह है कि जब भी मौका मिले पैरा फैला कर वजाइना को हवा लगने देनी चाहिए, या फिर तो एसी से या फिर खुद पेपर लेकर हवा कर सकते हैं. ताकि वजाइना को भी थोड़ी ऑक्सीजन मिले. दरअसल इस एरिया पर कपड़ों का लेयर ज्यादा होता है. इसके अलावा महिलाओं का बैठने का तरीका भी ऐसा होता है कि पैरों के भीतर हवा नहीं लग पाती, इसलिए मौका मिलने पर पैर खोलकर बैठना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं