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This Article is From May 16, 2022

चोट लगने पर क्‍यों जरूरी है टिटनेस का टीका लगवाना, जानें किस तरह की चोट के बाद लगवाएं ये टीका

Tetanus Tips: दरअसल टिटनेस तंत्रिका तंत्र की एक बीमारी है. टिटनेस होने पर मसल्स में तेजी से संकुचन होने लगता है. खास तौर पर जबड़े और गर्दन की मांसपेशियों में, इसे लॉकजॉ के नाम से भी जाना जाता है

चोट लगने पर क्‍यों जरूरी है टिटनेस का टीका लगवाना, जानें किस तरह की चोट के बाद लगवाएं ये टीका
Tetanus Tips: कैसे फैलता है टिटनेस का बैक्टीरिया, क्यों जरूरी है ATS

किसी भी तरह के धातु खासकर लोहे से चोट लगने के बाद टिटनेस  (Tetanus) का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है. ऐसा न करने पर आपको आगे चलकर शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कई बार लोग कट या छिल जाने पर लापरवाही करते हैं और टिटनेस का टीका नहीं लगाते, ऐसी स्थिति बेहद नुकसानदेह हो सकती है. टिटनेस के बैक्टीरिया मिट्टी, खाद या धूल में पाए जाते हैं. दरअसल टिटनेस तंत्रिका तंत्र की एक बीमारी है. टिटनेस होने पर मसल्स में तेजी से संकुचन होने लगता है. खासतौर पर जबड़े और गर्दन की मांसपेशियों में, इसे लॉकजॉ के नाम से भी जाना जाता है. टिटनेस एक गंभीर जानलेवा बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं. ऐसे में बहुत जरूरी होता है कि सही समय पर टिटनेस शॉट ले लिया जाए.

क्यों जरूरी है टिटनेस का टीका
लोहा या किसी धातु या फिर पत्थर ये चोट लग जाने पर 24 घंटे के अंदर टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है. अगर टिटनेस का टीका समय पर नहीं लगाया गया तो दस दिनों में इसके लक्षण दिखने लगते हैं. इस स्थिति में मरीज के वोकल कार्ड में खराबी आना, हड्डी टूटना, सांस लेने में दिक्कत आना, ब्लड प्रेशर बढ़ना, फेफड़ों में इंफेक्शन, हृदय की धड़कन असामान्य होने जैसे लक्षण दिखने लगते हैं. इसके अलावा बुखार, बच्चों में पल्स तेज होना और बहुत अधिक पसीना आने की परेशानी होती है. 

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इस तरह की चोट के बाद लगवाएं टीका
टिटनेस के बैक्टीरिया से सनी हुई चीज़ों (जैसे लोहा, पत्थर, जानवरों का मल) से अगर आपको चोट लग जाती है तो ये उन खुले घाव से आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है. ये शरीर में इंफेक्शन फैला सकता है. ये बैक्टीरिया शरीर में तेज़ी से सक्रिय होने लगता है. ये शरीर में एक टॉक्सिन (ज़हर) पैदा करता है जो मसल्स से जुड़ी तंत्रिकाओं को, नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है. 

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टिटनेस से इस तरह बचें

चोट लगने से बाद सबसे पहले घाव वाली जगह को अच्छे से साफ करें. किसी भी पास के क्लीनिक में जाकर टिटनेस की एंटी टॉक्सिन शॉट लें.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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