Mpox Virus Prevention Strategy:14 अगस्त को डब्ल्यूएचओ महानिदेशक द्वारा इस मामले में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किए जाने के बाद अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तेजी से फैल रहे एमपॉक्स वायरस (मंकीपॉक्स) के प्रकोप को रोकने के लिए एक रणनीति तैयार की है. इसका उद्देश्य कॉर्डिनेटेड ग्लोबल, रीजनल और नेशनल प्रयासों के जरिए एमपॉक्स के प्रकोप को रोकना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा एमपॉक्स के प्रकोप को रोकने के लिए बनाई गई योजना सितंबर 2024 से फरवरी 2025 तक की अवधि के लिए है. इसके लिए डब्ल्यूएचओ और अन्य संगठनों को एमपॉक्स के प्रकोप से निपटने के लिए 135 मिलियन अमेरिकी डॉलर की जरूरी होगी.
डब्ल्यूएचओ का एक्शन प्लान:
डब्ल्यूएचओ द्वारा बनाई गई इस योजना में एमपॉक्स के प्रकोप की निगरानी और रोकथाम के लिए व्यापक रणनीतियों को लागू करना, न्यूट्रल तरीके से मेडिकल मेजर्स टेस्ट और वैक्सीन तक पहुंच बढ़ाने के लिए शोध करना, जानवरों से मनुष्यों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रयास शामिल हैं.
यह भी पढ़ें: खाली पेट दूध के साथ इस मीठी चीज को खाना अमृत के समान, इन बीमारियों में औषधी का करता है काम
इसके साथ ही टीकाकरण के मामले में हेल्थ केयर वर्कर्स पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. साथ ही वैश्विक स्तर पर प्रभावित देशों में सबसे ज्यादा जोखिम वाले समूहों के लिए टीकाकरण की ओर ध्यान दिया जाएगा.
क्या है डब्ल्यूएचओ की तैयारी?
डब्ल्यूएचओ तैयारी, तत्परता और प्रतिक्रिया के क्षेत्रों में कॉर्डिनेशन बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय संगठनों और नेटवर्क के साथ काम कर रहा है. इसमें एएसीटी-एक्सेलेरेटर प्रिंसिपल्स ग्रुप के साथ जुड़ाव, स्वास्थ्य आपातकाल रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया की स्थायी समिति, महामारी के लिए आर एंड डी ब्लूप्रिंट, अंतरिम मेडिकल काउंटर मेजर्स नेटवर्क (आई-एमसीएम नेट) शामिल हैं.
आभासी वैज्ञानिक सम्मेलन:
डब्ल्यूएचओ आर एंड डी ब्लूप्रिंट, अफ्रीका सीडीसी, महामारी तैयारी नवाचार गठबंधन (सेपी), और राष्ट्रीय एलर्जी और संक्रामक रोग संस्थान, 29-30 अगस्त 2024 को एक आभासी वैज्ञानिक सम्मेलन आयोजित करेगा. इसमें एमपॉक्स पर शोध कर रहे वैज्ञानिक इसे कंट्रोल करने पर चर्चा करेंगे.
यह भी पढ़ें: न्यूट्रिशनिष्ट ने बताया, क्यों युवाओं में पेट साफ करने में आती है दिक्कत, जानें कब्ज से छुटकारा पाने के उपाय
इंटिग्रेटेड एक्शन प्लान की जरूरत:
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडहानोम गेब्रियेसस ने कहा, "डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो और आसपास के देशों में एमपॉक्स के प्रकोप को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और राष्ट्रीय व स्थानीय भागीदारों, नागरिक समाज, शोधकर्ताओं और निर्माताओं व हमारे सदस्य देशों के बीच एक व्यापक और इंटिग्रेटेड एक्शन प्लान की जरूरत है."
गौरतलब है कि एमपॉक्स एक वायरल जूलॉजिकल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है. वर्तमान में 14 अफ्रीकी देशों में इसका प्रकोप है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं