
Ethanol Health Effects: इथेनॉल एक आम लेकिन असरदार केमिकल है, जिसका उपयोग हैंड सैनिटाइजर से लेकर फ्यूल तक होता है. यूरोपीय संघ ने हाल ही में स्वास्थ्य पर इसके प्रभावों को लेकर चिंता जताई है, खासकर कैंसर और गर्भावस्था से जुड़ी कॉम्प्लीकेशन्स में. इथेनॉल का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में हैंड सैनिटाइज़र या शराब का ख्याल आता है. यह एक ऐसा रसायन है जो कई प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होता है, सफाई, फ्यूल, दवाइयों और ड्रिंक्स में भी. लेकिन हाल ही में यूरोपीय संघ (EU) ने इसके उपयोग को लेकर गंभीर चिंता जताई है. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, EU इथेनॉल को बायोसाइडल प्रोडक्ट्स जैसे हैंड सैनिटाइजर में इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है. आइए जानते हैं कि इथेनॉल क्या है, इस पर बैन क्यों लगाया जा रहा है और यह हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करता है.
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इथेनॉल क्या है? (What Is Ethanol?)
इथेनॉल (Ethanol) एक प्रकार का अल्कोहल है. यह एक रंगहीन, पारदर्शी और वाष्पशील द्रव होता है जिसकी गंध तेज होती है. इसे आमतौर पर शुगर के फर्मेटेशन से बनाया जाता है और यह अल्कोहलिक बेवरेज, साफ-सफाई की चीजों और फ्यूल में इस्तेमाल होता है.
इथेनॉल पर बैन क्यों लगाया जा रहा है?
10 अक्टूबर 2025 को यूरोपियन केमिकल्स एजेंसी (ECHA) के एक कार्य समूह ने इथेनॉल को हानिकारक पदार्थ बताया. रिपोर्ट के अनुसार, इथेनॉल से कैंसर और गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं का खतरा बढ़ सकता है. ECHA की बायोसाइडल प्रोडक्ट्स कमेटी इस पर 25 से 28 नवंबर के बीच बैठक करेगी और अंतिम निर्णय यूरोपीय आयोग द्वारा लिया जाएगा. अगर एक्सपर्ट कमिटी इसे खतरनाक मानती है, तो इसके विकल्प सुझाए जाएंगे.
शरीर पर इथेनॉल का प्रभाव (The Effect of Ethanol on the Body)
इथेनॉल का शरीर पर प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि इसे कैसे और कितनी मात्रा में उपयोग किया गया है:
उपयोग:
हाथों की सफाई: WHO के अनुसार, इथेनॉल और आइसोप्रोपेनॉल दोनों ही हाथों की सफाई के लिए सुरक्षित हैं.
एंटीसेप्टिक गुण: यह बैक्टीरिया और वायरस को मारने में मदद करता है.
फ्यूल के रूप में: इथेनॉल को बायोफ्यूल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है जो पर्यावरण के लिए बेहतर विकल्प है.
संभावित नुकसान:
त्वचा पर जलन: ज्यादा मात्रा में उपयोग करने पर त्वचा में खुजली या जलन हो सकती है.
श्वसन तंत्र पर असर: लगातार संपर्क से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
प्रजनन और कैंसर का खतरा: ECHA की रिपोर्ट के अनुसार, लंबे समय तक संपर्क से कैंसर और गर्भावस्था में जटिलताएं हो सकती हैं.
इथेनॉल एक ऐसा केमिकल है जो हमारे जीवन में कई तरह से उपयोग होता है, लेकिन इसका उपयोग सावधानी से करना जरूरी है. यूरोपीय संघ द्वारा उठाए गए सवाल हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या हम रोजमर्रा के प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स को लेकर जागरूक हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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