भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली देश के लिए कई सौगातें लेकर आए हैं. जब भी हम मैदान पर उनके खेल के बारे में बात करते हैं, हमें उन प्रयासों पर भी नजर रखनी चाहिए जो उन्होंने खुद को फिट रखने के लिए किए हैं. यह न सिर्फ उनका मजबूत खेल है बल्कि उन शतकों के पीछे है एक सुपरफिट. क्या आपने कभी सोचा है कि विराट कोहली इतने फिट कैसे हैं? विराट के वर्कआउट सेशन, सख्त आहार और कन्सिस्टेंसी ही हैं जो उन्हें सुपर फिट और एक अच्छा क्रिकेटर बनाती है. सिर्फ क्रिकेट के प्रति दीवानगी ही नहीं है, बल्कि कप्तान फिटनेस फ्रीक भी है. यह उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर अच्छी तरह देखा जा सकता है. हालिया पोस्ट में भी, विराट कोहली को जिम में पसीना बहाते हुए देखा गया था. एक नजर देखें इस पोस्ट को-
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इस पोस्ट में विराट कोहली वेट के साथ फ्रंट स्क्वाट्स कर रहे हैं. मशहूर ट्रेनर विनोद चन्ना, जिन्होंने शिल्पा शेट्टी कुंद्रा, जॉन अब्राहम, रितेश देशमुख, शमिता शेट्टी जैसी कई बॉलीवुड हस्तियों को प्रशिक्षित किया और कई अन्य लोगों ने कहा है कि फ्रंट स्क्वैट्स बैक स्टिफनेस या दर्द से पीड़ित लोगों के लिए सर्वोत्तम व्यायाम है. यह क्वाड्रिसेप्स और कोर पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है. तो आप लोअर बैक पर अधिक भार से बच सकते हैं और वजन उठाने के लिए पेट की मांसपेशियों का अधिक उपयोग कर सकते हैं. इसलिए, आप पीठ दर्द या जकड़न होने पर भी स्क्वाट कर सकते हैं.
विनोद चन्ना कहते हैं, "आप स्क्वाट्स करके अच्छी बॉडी बना सकते हैं, जो फिटनेस और फैट लॉस के समग्र विकास के लिए बहुत फायदेमंद काम है." वह आगे कहते हैं, कुछ लोग पीठ के निचले हिस्से में अकड़न या दर्द के कारण स्क्वाट करने से बचते हैं, जो कि किसी भी अन्य कसरत की तुलना में अधिक फायदेमंद है.
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आइए नजर डालते हैं फ्रंट स्क्वेट्स के कुछ अन्य फायदों पर (Benefits of front squats) :
फ्रंट स्क्वाट तब किया जाता है जब एक एथलीट बारबेल को फ्रंट रैक पॉजिशन में पकड़ता है, यह टूल का भारत कोहनी के साथ कंधों पर डालता है और स्क्वेट्स करता है. एथलीटों को अपने धड़ को सीधा रखने के लिए भी मिड फुट पर पट्टी रखनी होती है और व्यायाम करते समय कंधों के ऊपर से लुढ़कने से रोकना होता है.
यह यौगिक व्यायाम है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है जैसे बेहतर कोर, बेहतर लचीलापन, शक्तिशाली जांघ, मजबूत पेट की मांसपेशियों और सपाट पेट.
इस एक्सरसाइज को करने के लिए बहुत ज्यादा स्ट्रेंथ चाहिए. यह व्यायाम आके शरीर का संतुलन बेहतर बनाएगा. स्क्वैट वर्कआउट आपको फिट बनाने के साथ ही साथ शरीर का बैलेंस भी बेहतर करेगा.
एक एथलीट को कई चोटों का सामना करना पड़ सकता है. स्क्वैट्स चोटों से बचाव कर सकता है. असल में स्क्वैट्स आपकी मांसपेशियां, संयोजी-ऊतक (connective tissues) और लिगामेंट्स को मजबूत बनाता है, जो चोटों से बचाव करता है.
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