Sunburn Home Remedies: धूप में रहने से सन टैन, सन बर्न और कई अन्य प्रभाव हो जाते हैं. टैनिंग के अलावा, स्किन सूरज की हानिकारक UV किरणों के संपर्क में आती है, जिससे स्किन प्रभावित होती है जैसे कम उम्र में स्किन पर रेखाएं और झुर्रियां बनना. इसलिए स्किन को सुरक्षा की जरूरत होती है. यूवी किरणों के संपर्क में आने से होने वाला नुकसान इस पर निर्भर करता है कि स्किन इसे कितना अवशोषित करती है. इस बारे में हमने बात की हर्बल ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन से और जाना कि सनबर्न क्यों हो जाता है और धूप से जली त्वचा को ठीक करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं.
UV किरणें क्या हैं यह स्किन के लिए किस तरह से नुकसानदायक हैं?
सूर्य से पराबैंगनी किरणें निकलती हैं. हम उन्हें श्रेणियों में विभाजित करते हैं. इसमें UV-A, UV-B और UV-C किरणें होती हैं. UVB किरणें स्किन की बाहरी परत को प्रभावित करती है जिससे सनबर्न होता है. हाल में ही पता चला है कि UVA किरणें स्किन को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं. UVC किरणें ओजोन परत तक ही सीमित रहती हैं जिससे यह स्किन को प्रभावित नहीं कर पाती हैं.
स्किन को ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन से सुरक्षित रखा जा सकता है, यह UV-A और UV-B किरणों से स्किन को सुरक्षित रखता है. सनस्क्रीन एक ऐसा प्रोडेक्ड है जो स्किन और सूरज की पराबैंगनी किरणों के बीच एक सुरक्षा कवच बनाता है.
धूप के संपर्क में आने से स्किन की नमी भी खत्म हो सकती है. अधिकांश सनस्क्रीन में मॉइस्चराइजर होता है. लेकिन अगर स्किन ज्यादा रूखी और बेजान है तो पहले सनस्क्रीन लगाएं और फिर कुछ मिनटों के बाद मॉइस्चराइजर लगाएं. सनस्क्रीन को धूप में निकलने से लगभग 20 मिनट पहले लगाएंं. अगर आप एक घंटे से अधिक समय तक धूप में रहते हैं, तो सनस्क्रीन दोबारा लगाएं. न केवल चेहरे पर, बल्कि सभी खुले क्षेत्रों, जैसे बांहों और गर्दन के पिछले हिस्से पर भी सनस्क्रीन लगाना जरूरी है. सनस्क्रीन के लेबल पर एसपीएफ लिखा होना चाहिए.
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एसपीएफ़ क्या है?
एसपीएफ़ एक संख्या है और जिसे सनस्क्रीन के लेबल पर लिखना होता है. एसपीएफ़ सन प्रोटेक्टिव फैक्टर है. एसपीएफ़ 20 से 25 वाला सनस्क्रीन अधिकांश प्रकार की स्किन के लिए बेहतर होता है.लेकिन अगर स्किन सेंसेटिव है और आसानी से टैन हो जाती है, तो 40 या 60 के अधिक एसपीएफ़ वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. कुछ लोगों को धूप के कारण दाने या स्किन लाल हो जाती है. ऐसी सेंसेटिव स्किन के लिए अधिक एसपीएफ़ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. तैराकी करते समय, समुद्र के किनारे या पहाड़ों पर छुट्टियां मनाते समय सनस्क्रीन लगाना न भूलें. पानी और बर्फ वाली सतहों पर यूवी किरणों का प्रभाव बढ़ जाता है.
धूप के संपर्क में अधिक रहने से स्किन पर झुर्रियां हो जाती है.
सन ब्लॉक और सनस्क्रीन में अंतर है. सन ब्लॉक्स को UVB किरणों से बचाने के लिए तैयार किया जाता है, जबकि सनस्क्रीन UVA किरणों से बचाते हैं. सन ब्लॉक में ऐसे तत्व होते हैं जो दिखाई देते हैं, जैसे खिलाड़ी पहनते हैं. स्किन की आंतरिक परत को नुकसान पहुंचाने से पहले ये सनस्क्रीन UV किरणों को अवशोषित कर लेते हैं. धूप के संपर्क में अधिक रहने से स्किन पर झुर्रियां हो जाती है.
धूप से होने वाले नुकसान से सुरक्षा के नेचुरल उपाय : सनबर्न के घरेलू उपाय | Sunburn Home Remedies | Sunburn Treatment in Hindi
- स्क्रब : 2 चम्मच पिसे हुए बादाम लें और इसमें थोड़ा सा दही मिलाएं. मिश्रण को स्किन पर गोल-गोल घूमाते हुए धीरे-धीरे रगड़ें. इसे पानी से धो लें. ऐसा सप्ताह में एक या दो बार करें या दही में एक चुटकी हल्दी मिलाएं और रोजाना लगाएं. 20 से 30 मिनट बाद इसे धो लें.
- जली हुई स्किन पर ताजा एलोवेरा जेल लगाने से स्किन को आराम मिलता है और स्किन ठीक हो जाती है. एलोवेरा में जिंक होता है, जिससे सूजन नहीं आती है.
- त्वचा को टोन और आराम देने के लिए नारियल पानी का इस्तेमाल करें. इससे स्किन का टैन कम होता हैं और स्किन चमकदार होती है. इसे स्किन पर लगाकर 20 से 30 मिनट के लिए छोड़ दें.
- रोजाना रूई की मदद से ठंडा दूध स्किन पर लगाने से स्किन को आराम मिलता है और स्किन चमकदार व मुलायम होती है.
टैनिंग से बचने के लिए घर पर बनाएं सनस्क्रीन | How to make sunscreen at Home in Hindi | DIY SunScreen
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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