विज्ञापन

Silent Heart Attack: हार्ट अटैक से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय, जानें लक्षण और रिस्क फैक्टर

Silent Heart Attack: हार्ट अटैक का एक कॉमन रीजन है प्लाक. प्लाक एक तरह का चिपचिपा सब्सटेंस होता है. हार्ट अटैक से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके.

Silent Heart Attack: हार्ट अटैक से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय, जानें लक्षण और रिस्क फैक्टर
Silent Heart Attack: अचानक हार्ट अटैक के मामलों से बचने के लिए कौन सी आदतें अपनानी हैं जरूरी.

Silent Heart Attack: साइलेंट हार्ट अटैक के केसेज धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं. आपने बहुत से वायरल वीडियो में ऐसे केस देखें होंगे. जिसमें अच्छा भला डांस करता हुआ शख्स गिरता है और वहीं ढेर हो जाता है. कभी बैठे बैठे अपने दोस्त से बतियाने वाला व्यक्ति अचानक निढाल होकर गिरता और फिर उठ ही नहीं पाता है. ऐसे एक दो नहीं बहुत से इंसिडेंस हो चुके हैं. जिसकी वजह दिल की धड़कनों का अचानक रुक जाना है. चिंता की बात ये है कि अब तक एक उम्र तक सिमटी रहने वाली दिल की ये तकलीफ यंग और मिडिल एज के लोगों को भी अपना निशाना बना रही है. पहले अर्ली हार्ट अटैक्स पुरुषों में आम हुआ करते थे लेकिन अब महिलाएं भी इसकी बराबरी से शिकार हो रही हैं.

साइलेंट या अर्ली हार्ट अटैक से कैसे बचें? (Silent And Early Heart Attack)

सबसे पहले हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाएं

रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाते रहें.

हार्ट अटैक को समझें-

अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से खून में कोलेस्ट्रोल का लेवल तेजी से बढ़ रहा है. यही कोलेस्ट्रॉल दिल से जुड़ी आरटरी में जमता है. जो धीरे धीरे हार्ट में ऑक्सिजनेटेड ब्लड के फ्लो के जाने में बाधा बनता है और फिर उसे ब्लॉक ही कर देता है. इस कंडीशन को मायोकार्डियल इनफ्रेक्शन कहते हैं. शुरुआत में आर्टरी में कोलेस्ट्रॉल का जमना पता नहीं चल पाता है. सिंप्टोमेटिक न होने की वजह से ऐसे केसेज में अचानक हार्ट अटैक आते हैं, जिन्हें साइलेंट किलर भी कहा जाता है. ये जान लें कि हार्ट अटैक एक लाइफ थ्रेटनिंग इमरजेंसी है. हार्ट अटैक के ट्रीटमेंट में समय बहुत अहम होता है. इलाज मिलने में जरा सी देरी भी परमानेंट हार्ट डैमेज या फिर मौत का कारण बन सकती है.

ये भी पढ़ें- किस समय लेना चाहिए विटामिन बी12 की डोज? जानें इसके लक्षण और फायदे

Latest and Breaking News on NDTV

Photo Credit: Canva

क्या है हार्ट अटैक के लक्षण?

  • चेस्ट पेन जिसे अंजाइना भी कहते हैं.
  • उल्टी आना या मतली होना.
  • सांस लेने में दिक्कत होना या शॉर्ट ब्रीद होना
  • हार्ट पल्पिटेशन
  • चक्कर जैसा महसूस होना

हार्ट अटैक आने की वजह

हार्ट अटैक का एक कॉमन रीजन है प्लाक. प्लाक एक तरह का चिपचिपा सब्सटेंस होता है. जो बैड कोलेस्ट्रोल और कैल्शियम से मिलकर बनता है. ये प्लाक दिल से जुड़ी कोरोनरी आरटरी में जाकर जमता या बनता है. जिसकी वजह से हार्ट में मौजूद ब्लड वेसल्स ब्लॉक होते हैं. इस वजह से हार्ट में ब्लड का सप्लाई एकदम ब्लॉक हो जाता है.

हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर

एज और सेक्स- हार्ट अटैक का रिस्क उम्र के साथ बढ़ता जाता है.

हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री

स्मोकिंग

हाई फैट फूड

फिजिकल एक्टिविटी बिलकुल न करना

ज्यादा शराब पीना

कुछ हेल्थ कंडिशन्स जैसे डायबिटीज, ओबेसिटी, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रोल

हार्ट अटैक के लिए टेस्ट-

  • ब्लड टेस्ट
  • ईसीजी
  • इको टेस्ट
  • कोरोनरी एंजियोग्राफी

हार्ट अटैक का ट्रीटमेंट

सडन हार्ट अटैक के केस में तुरंत इलाज की जरूरत होती है. सीपीआर, हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत होती है. जहां कार्डियोलॉजिस्ट और कैथ लैब वाले भी मरीज की मदद कर सकते हैं.

मेडिकेशन- ब्लड थिनिंग मेडिसिन, एंटी हायपरटेंसिवज, स्टंट्स

एंजियोप्लास्टी

बायपास सर्जरी

हार्ट अटैक से कैसे बचें?

  • रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं
  • तंबाकू खाना छोड़ें
  • रेगुलर एक्सरसाइज कर
  • पौष्टिक भोजन करें.
  • वजन पर नियंत्रण रखें.
  • स्ट्रेस कम लें.
  • कोलेस्ट्रोल लेवल, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज पर काबू रखें.
  • नियमित रूप से डॉक्टर को दिखाएं.

फेफड़ों के आम संक्रमण से कैसे बचें? डॉक्टर से जानें लंग इफेक्शन को ठीक करने के लिए क्या करें...

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com