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क्या है घातक मारबर्ग वायरस? रवांडा में मचा रहा कोहराम, कैसे फैल रहा है ये रवांडा वायरस? जानें लक्षण

Rwanda Virus Outbreak: "रवांडा वायरस" का मतलब है मारबर्ग वायरस, जो एक बेहद खतरनाक रोगाणु है जो मारबर्ग वायरस रोग (एमवीडी) का कारण बनता है, जो वायरल रक्तस्रावी बुखार का एक रूप है.

क्या है घातक मारबर्ग वायरस? रवांडा में मचा रहा कोहराम, कैसे फैल रहा है ये रवांडा वायरस? जानें लक्षण
मारबर्ग वायरस एक बेहद खतरनाक रोगाणु है.

रवांडा वायरस एक नया वायरस इफेक्शन है जो हाल ही में अफ्रीका के रवांडा देश में देखा गया है. हालांकि इस वायरस के बारे में अभी व्यापक जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह तेजी से फैल रहा है और चिंता का विषय बन गया है. "रवांडा वायरस" का मतलब है मारबर्ग वायरस, जो एक बेहद खतरनाक रोगाणु है जो मारबर्ग वायरस रोग (एमवीडी) का कारण बनता है, जो वायरल रक्तस्रावी बुखार का एक रूप है. यह वायरस इबोला वायरस के समान परिवार से संबंधित है और गंभीर, अक्सर घातक, लक्षण पैदा कर सकता है. मारबर्ग वायरस स्वाभाविक रूप से फल चमगादड़ों, खासतौर से रूसेटस एजिप्टियाकस द्वारा होस्ट किया जाता है और चमगादड़ के स्राव के साथ सीधे संपर्क के जरिए मनुष्यों में फैलता है. मानव-से-मानव संचरण संक्रमित व्यक्तियों के शारीरिक तरल पदार्थ (जैसे खून, उल्टी और लार) या इन फ्ल्यूड से दूषित सतहों के संपर्क के जरिए से होता है. यहां हम रवांडा वायरस के लक्षण, संक्रमण के तरीके, रोकथाम के उपाय और वर्तमान स्थिति के बारे में बता रहे हैं.

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रवांडा वायरस क्या है? (What is Rwanda Virus?)

रवांडा वायरस एक नया वायरल संक्रमण है जो पहली बार रवांडा में दर्ज किया गया. इस वायरस का नाम इसके उत्पत्ति स्थल (Place of Origin) के आधार पर रखा गया है. हालांकि इसके उत्पत्ति की पुष्टि के लिए अभी शोध चल रहे हैं, यह माना जा रहा है कि वायरस जानवरों से इंसानों में आया हो सकता है, जैसा कि ज़ूनोटिक रोगों में अक्सर देखा जाता है.

रवांडा वायरस के लक्षण (Symptoms of Rwanda Virus)

रवांडा वायरस के लक्षण कुछ हद तक फ्लू जैसे हैं, लेकिन इसमें कुछ विशेषताएं भी हैं जो इसे अन्य वायरल संक्रमणों से अलग करती हैं. इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों में कुछ लक्षण देखे जा सकते हैं:

  • बुखार
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
  • सिरदर्द
  • उल्टी और दस्त
  • गले में खराश
  • त्वचा पर दाने

गंभीर मामलों में यह संक्रमण नर्व्स सिस्टम को प्रभावित कर सकता है और कई जटिलताएं पैदा हो सकती हैं, जैसे कि दौरे या मानसिक भ्रम.

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कैसे फैलता है रवांडा वायरस?

रवांडा वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्तियों के सीधे संपर्क से फैलता है, लेकिन संभावित रूप से दूषित पानी या खाने पीने के माध्यम से भी प्रसारित हो सकता है. वायरस के प्रसार में भीड़ का एकत्रित होना, कमजोर हेल्थ सर्विसेज और साफ-सफाई की कमी जैसी स्थितियां हैं.

रवांडा वायरस का रोकथाम और उपचार? (Prevention And Treatment of Rwanda Virus?)

रवांडा वायरस का अभी तक कोई इलाज या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. रोकथाम के लिए यहां बताए गए उपाय अपनाए जा सकते हैं.

  • साफ-सफाई बनाए रखें: हाइजीन और आसपास के वातावरण को साफ रखना जरूरी है.
  • संक्रमित लोगों से दूरी बनाए रखें: जिनमें संक्रमण के लक्षण हैं उनसे संपर्क से बचना चाहिए.
  • साफ पानी और खाना: साफ पानी पिएं और अच्छा खाना खाएं.
  • सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें: मास्क, दस्ताने और अन्य पर्सनल हाइजीन इक्विपमेंट्स का उपयोग करें.

वर्तमान स्थिति और ग्लोबल रिस्पॉन्स:

रवांडा सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस वायरस के प्रसार को कंट्रोल करने के लिए प्रयासरत हैं. संक्रमित व्यक्तियों को अलग करने और उनके संपर्कों की निगरानी करने के लिए आपातकालीन कदम उठाए जा रहे हैं. इसके अलावा, वैश्विक शोधकर्ता इस वायरस के विषाणु विज्ञान, इसके प्रसार की संभावनाओं और संभावित उपचारों के लिए शोध कर रहे हैं.

रवांडा वायरस अभी एक उभरती हुई चुनौती है जो वैश्विक स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम प्रस्तुत कर सकती है. इसके प्रसार को रोकने के लिए सरकारों, स्वास्थ्य संगठनों और व्यक्तियों के बीच सामूहिक प्रयास की जरूरत है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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