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राजस्थान में कफ सीरप पीने से बच्चे की हुई मौत, जानिए दवा खरीदते समय और खाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी

Rajasthan Cough Syrup Case: दवाएं तबीयत को ठीक करने के लिए खाई जाती हैं लेकिन तब क्या हो जब ये ही आपकी तबियत को और खराब कर दें, ऐसा ही कुछ ऐसा राजस्थान में जहां पर सरकारी अस्पताल की दवा पीना एक बच्चे के लिए भारी पड़ गया. जानिए दवाएं खरीदने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

राजस्थान में कफ सीरप पीने से बच्चे की हुई मौत, जानिए दवा खरीदते समय और खाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी
दवा देने से पहले किन बातों का रखें ध्यान.

Medicine Side Effects: हम सबकी ज़िंदगी में कभी न कभी दवाइयों का रोल आता ही है. चाहें फिर वो सिर दर्द हो या कभी बुखार या सर्दी और खांसी हम ऐसे में फौरन दवाओं का सेवन करते हैं और ठीक हो जाते हैं. लेकिन तब क्या हो ठीक हो के लिए दवाइयों का किया गया ये सेवन आपको सुरक्षित करने की बजाय आपकी जान को खतरे में डाल दें. दरअसल हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां पर खांसी की दवा पीने से लोगों की तबीयत खराब हो गई और एक बच्चे  का देहांत भी हो गया है. 

क्या है पूरा मामला

दरअसल सीकर के पास खोरी  ब्रह्माणान में 5 साल के बच्चे को खांसी होने पर उसकी मां ने रात को उसे सरकारी अस्पताल से मिली दवा दी थी. लेकिन सुबह बच्चा उठा ही नहीं. जिसके बाद जिसके बाद परिजन बच्चे को सीकर के एसके अस्पताल लेकर आए. जहां बच्चे नीतियांश को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. हालांकि बच्चे के मौत का वास्तविक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. आपको बता दें कि ये पहला केस नहीं हैं इस दवा को पीकर कुछ दिन पहले अजीतगढ़ में भी दो बच्चे भी इसी दवा को लेकर बीमार हुए थे. फोटो में दिख रहे कप सीरप को पीने से हुई थी बच्चे की मौत.

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अगर आप कोई भी दवा खरीदते हैं और उसको इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधानी बरतने की जरूरत है. अक्सर लोग छोटी-मोटी बातों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो कभी-कभी बहुत भारी पड़ सकती हैं. चलिए आज हम बात करते हैं कि दवा खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है और दवाई की ज़्यादा खुराक (ओवरडोज़) कितनी खतरनाक हो सकती है.

दवा खरीदते समय इन बातों का रखें खास ख्याल:

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1.  डॉक्टर से पूछ कर दवा खरीदें

 अगर आपको किसी भी तरह की छोटी-मोटी भी परेशानी है तो आप डॉक्टर से पूछ कर ही दवाई लें. खुद से दवा लेने से या मेडिकल स्टोर वाले को बता कर दवा लेने से बचें. डॉक्टर आपकी बीमारी और शरीर के हिसाब से सही दवाई और उसकी सही खुराक आपको बताते हैं. 

2.  दवाई का नाम और डोज चेक करें

जब भी आप किसी मेडिकल स्टोर से दवाई लेते हैं, तो दुकानदार से दवाई लेने के बाद पर्ची से उसका नाम और खुराक जरूर मिलाएं. कई बार ऐसा होता है कि मिलते-जुलते नाम की दवाई मिल जाती है, या फिर गलत डोज की दवा मिल जाती है. ये छोटी सी गलती आपको बीमार कर सकती है.

3.  एक्सपायरी डेट चेक करें

दवा की एक्सपायकी डेट चेक करना बहुत जरूरी है. दवाई खरीदने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देखें. एक्सपायर हो चुकी दवाई जहर के बराबर हो सकती है.

4. दवाई की पैकिंग और सील देखें

दवाई लेते समय हमेशा उसकी पैकिंग और सील चेक करें. अगर पैकिंग खुली हुई है, डैमेज है या सील टूटी हुई है तो इस तरह की दवाइयों का सेवन बिल्कुल ना करें. 

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5. सही से स्टोर करें

दवाइयां लाने के बाद उनको सही से स्टोर जरूर करें. कुछ दवाईयों को ठंडी जगह पर रखना होता है, कुछ को फ्रिज में. इसलिए दवा लेने के बाद स्टोर वाले से उसको रखने का तरीका जरूर पूछ लें.

दवाओं का ओवरडोज है खतरनाक?

अगर बात करें दवाओं के ओवरडोज की तो इसका मतलब है कि आपको जितनी आवश्यकता है आप उसके हिसाब से कही ज्यादा दवा का सेवन कर रहे हैं जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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