पुरूषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर क्या होगा यह इस बात पर निर्भर करती है कि बचपन के दौरान उनके आसपास का माहौल कैसा था. डरहम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की मानें तो जिन पुरूषों का बचपन अधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में गुजरता है जैसे कि जहां बहुत ज्यादा संक्रामक रोगों का खतरा होता है, आगे के जीवन में उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम रहने की संभावना होती है. उनकी तुलना में उन पुरूषों का टेस्टोस्टेरोन का स्तर ज्यादा होता है जिनका बचपन स्वस्थ माहौल में गुजरा.  खूब जमता है सेहत का रंग जब मिलते हैं 'नमक और पानी'...नेचर इकोलॉजी ऐंड इवॉल्यूशन नाम के शोध में इस परिकल्पना को चुनौती दी गई है कि टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को आनुवांशिकी या प्रजाति नियंत्रित करती है. टेस्टोस्टेरोन का उच्च स्तर प्रोस्टेट एनलार्जमेंट या कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है. ऐसे में शोधकर्ताओं का मानना है कि जोखिम का आकलन करने के लिए पुरूष के बचपन के माहौल पर भी गौर करना चाहिए.मध्य प्रदेश में रोज मरते हैं 61 बच्चे, वजह जानकर हैरान हो जाएंगे आप...!जानें अस्थमा के बारे में सबकुछ: क्या हैं इसकी वजहें, बचाव और इलाज...शोध में पाया गया कि बांग्लादेशी व्यक्ति जो ब्रिटेन में पले बढ़े उनका टेस्टोस्टेरोन का स्तर उल्लेखनीय रूप से उच्च था बनिस्पत उनके जो बांग्लादेश में पले-बढ़े. और खबरों के लिए क्लिक करें.