दुनिया में जब से कोविड आया है कोई भी ऐसा दिन नहीं रहा है जिस दिन इसकी चर्चा नहीं की गई है. आज भी दुनियाभर में मामले सामने आ रहे हैं. भारत में भी लगभग 1000 के आसपास मामले दर्ज किए जा रहे हैं. इसी बीच कोविड के नए वैरिएंट एसई को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है. भारत में नए कोविड वेरिएंट एक्सई (COVID Variant XE) का पहला मामला बुधवार 6 अप्रैल को सामने आया. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका की यात्रा करके लोटी 50 वर्षीय महिला कोविड वैरिएंट एक्सई से संक्रमित हो सकती हैं. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान में कोई भी साक्ष्य भारत में कोविड के एक्सई वैरिएंट की उपस्थिति की पुष्टि नहीं करते हैं और मीडिया रिपोर्टों का खंडन करते हुए दावा किया कि मुंबई में नए म्यूटेशन का एक मामला सामने आया था. कोरोनवायरस के एक्सई वैरिएंट पर अभी अधिक जानकारी आने का इंतजार है. उसके कुछ लक्षणों और संकेतों पर नजर रखना जरूरी है.
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आपको क्या जानना चाहिए?
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोविड-19 टेक्निकल लीड डॉ मारिया वैन केरखोव का कहना है कि एक्सई वैरिएंट को 'रीकॉम्बीनेंट' कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि ओमिक्रोन के BA.1 के साथ-साथ BA.2 वेरिएंट के म्यूटेशन शामिल हैं. जब कोई मरीज कोविड के कई प्रकारों से संक्रमित होता है, तो रिकॉम्बिनेंट म्यूटेशन सामने आता है.
- डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोनावायरस का यह प्रकार अभी तक का सबसे संक्रामक कोविड वैरिएंट हो सकता है.
- डब्ल्यूएचओ ने आगे कहा कि ओमीक्रोन के BA.2 सब-वैरिएंट की तुलना में एक्सई म्यूटेशन 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक प्रतीत होता है.
- डब्ल्यूएचओ का कहना है कि एक्सई म्यूटेशन को वर्तमान में ओमिक्रोन वेरिएंट के हिस्से के रूप में ट्रैक किया जा रहा है और लक्षण ओमिक्रोन की तरह हो सकते हैं, जिसमें बुखार, गले में खराश, गले में खराश, खांसी और सर्दी, त्वचा में जलन और डिस्कलरेशन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानियां शामिल हैं.
- वर्तमान में एक्सई से ज्यादा गंभीर रोग होने का कोई प्रमाण नहीं है.
- रिपोर्ट में यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सुसान हॉपकिंस के हवाले से कहा गया है कि ऐसे वैरिएंट आमतौर पर "अपेक्षाकृत जल्दी" मर जाते हैं.
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इस पुनः संयोजक का पता पहली बार यूनाइटेड किंगडम में 19 जनवरी को चला था और इसके बाद से लगभग 637 मामले सामने आए हैं.
- थाईलैंड और न्यूजीलैंड में भी एक्सई वेरिएंट का पता चला है और डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि म्यूटेशन के बारे में और अधिक कहने से पहले और डाटा की जरूरत है.
- डॉ मारिया वान केरखोव का कहना है कि वायरस अभी भी हमारे साथ है और वास्तव में तेजी से फैल रहा है.
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- वह आगे कहती हैं कि संक्रमण की चैन को तोड़ने और इस तरह बीमारी और मृत्यु के प्रसार को कम करने के लिए सभी को हमारे पास मौजूद सभी साधनों का उपयोग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इन तरीकों में टीके शामिल हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमें हमारे लिए उपलब्ध खुराक का पूरा कोर्स मिल जाए और इसके साथ ही मास्किंग और उचित सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे अन्य उपायों का पालन करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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