
World Blood Donar Day: हर साल 14 जून को दुनियाभर में वर्ल्ड ब्लड डोनर डे (World Blood Donar Day) के रूप में मनाया जाता है. रक्तदान एक सराहनीय कार्य है जो किसी की जान को बचा सकता है. लेकिन यह सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है कि क्या कोई व्यक्ति पीरियड्स (मासिक धर्म), बुखार या किसी दवा के सेवन के दौरान रक्तदान कर सकता है? यह जानना बहुत आवश्यक है कि रक्तदान केवल प्राप्तकर्ता के लिए ही नहीं, बल्कि दाता के लिए भी पूरी तरह से सुरक्षित और लाभकारी होना चाहिए.
1. पीरियड्स के दौरान रक्तदान | Periods me Blood Donate Kar sakte hain?
सैद्धांतिक रूप से मासिक धर्म के दौरान रक्तदान करने में कोई स्पष्ट निषेध नहीं है, फिर भी मासिक धर्म और खून की कमी के संयोग से शरीर में आयरन की कमी (एनीमिया) की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए भारतीय दिशा-निर्देशों में महिलाओं को इस अवधि में रक्तदान स्थगित करने की सलाह दी जाती है.
2. बुखार के दौरान रक्तदान | Bukhar me Blood Donate Kar sakte hain?
बुखार शरीर में संक्रमण या बीमारी का संकेत होता है. यदि किसी को वायरल बुखार, फ्लू, डेंगू, मलेरिया या टायफाइड हुआ है, तो उन्हें पूरी तरह ठीक होने के बाद ही रक्तदान करना चाहिए.
• सामान्यतः, डॉक्टर सलाह देते हैं कि बुखार ठीक होने के कम से कम 2 सप्ताह बाद रक्तदान किया जाए.
• मलेरिया से ठीक होने के बाद – 3 महीने, डेंगू/चिकनगुनिया – 6 महीने, टायफाइड – 12 महीने तक रक्तदान टालना चाहिए.
इसलिए यदि हाल ही में बुखार हुआ हो, तो रक्त केंद्र के कर्मचारियों को जरूर सूचित करें.
3. दवाइयों के सेवन के दौरान रक्तदान:
दवाओं का असर रक्तदान की योग्यता पर निर्भर करता है:
• सामान्य दवाएं जैसे पेरासिटामोल, विटामिन्स, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स – यदि व्यक्ति अन्यथा स्वस्थ है, तो रक्तदान संभव है.
• एंटीबायोटिक ले रहे व्यक्ति – जब तक संक्रमण पूरी तरह ठीक न हो जाए और अंतिम खुराक के बाद कम से कम 2 सप्ताह न बीत जाए, तब तक रक्तदान नहीं करना चाहिए.
• एंटीप्लेटलेट दवाएं (जैसे एस्पिरिन) लेने वाले – प्लेटलेट दान से 3 दिन पहले तक दवा बंद होनी चाहिए.
रक्तदान एक जीवन-रक्षक कार्य है, लेकिन दाता का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि है. रक्तदान से पहले अच्छा स्वास्थ्य, पर्याप्त नींद, और अपनी मेडिकल स्थिति की स्पष्ट जानकारी होना जरूरी है. किसी भी संदेह की स्थिति में डॉक्टर या ब्लड बैंक से सलाह लें.
हर बूंद कीमती है – लेकिन केवल तब जब वह सुरक्षित हो.
(Dr. Rasika Dhawan Setia, Director & HOD - Transfusion Medicine, BLK-Max Super Speciality Hospital)
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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