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Iodine Deficiency Day 2025 : जानिए हमारे शरीर के लिए आयोडीन की भूमिका और 21 अक्टूबर को क्यों मनाते हैं ये दिन

Iodine Deficiency Day 2025 : आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियां रोकना मुश्किल नहीं है. अगर रोज़ाना खाने में आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल किया जाए और शरीर के संकेतों को अनदेखा न किया जाए, तो इन परेशानियों से आसानी से बचा जा सकता है.

Iodine Deficiency Day 2025 : जानिए हमारे शरीर के लिए आयोडीन की भूमिका और 21 अक्टूबर को क्यों मनाते हैं ये दिन
Iodine Deficiency Day के बारे में जानें.

Iodine Deficiency Day 2025: हर साल 21 अक्टूबर को विश्व आयोडीन की कमी दिवस मनाया जाता है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में पोषण कितना ज़रूरी है और उसमें भी एक छोटा सा खनिज -आयोडीन कितना बड़ा रोल निभाता है. जब यह तत्व शरीर में कम हो जाता है, तो कई तरह की परेशानी शुरू हो जाती है, खासकर महिलाओं और बच्चों में.

विश्व आयोडीन की कमी दिवस (Iodine Deficiency Day)

क्यों मनाते हैं यह दिन?

इस दिन को मनाने का मकसद है लोगों को यह समझाना कि अगर शरीर में आयोडीन की मात्रा सही नहीं है, तो थायरॉयड से जुड़ी दिक्कतें, बच्चों की बढ़त में रुकावट और दिमागी कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. गर्भवती महिलाओं के लिए तो यह और भी ज़रूरी हो जाता है क्योंकि इसकी कमी से गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर असर पड़ता है.

आयोडीन की कमी से होने वाली समस्याएं

1. गर्दन में सूजन - जिसे आम भाषा में गिल्टी या गण्डमाला कहा जाता है.
2. थकावट और कमज़ोरी - क्योंकि थायरॉयड सही से काम नहीं करता.
3. वजन बढ़ना - शरीर की ऊर्जा जलाने की रफ्तार कम हो जाती है.
4. बाल झड़ना और त्वचा का सूखापन - हार्मोन संतुलन बिगड़ने से ऐसा होता है.
5. बच्चों में दिमागी विकास की रुकावट - कम उम्र में ही सीखने की परेशानी और समझने में दिक्कत.

शरीर को क्यों चाहिए आयोडीन?

आयोडीन एक ऐसा पोषक तत्व है जिसे शरीर खुद नहीं बना सकता, इसलिए इसे खाने के जरिए लेना होता है. यह थायरॉयड हार्मोन बनाने में मदद करता है, जो हमारे शरीर की ऊर्जा, विकास और ब्रेन के फंक्शन को कंट्रोल करता है. बिना इसके, शरीर की कई प्रोसेस धीमी हो जाती हैं.

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आयोडीन कहां से मिलता है?

1. आयोडीन मिला नमक - सबसे आसान और सस्ता तरीका.
2. समुद्री मछली और झींगा - भरपूर मात्रा में आयोडीन होता है.
3. दूध और उससे बने उत्पाद - जैसे दही, छाछ, पनीर.
4. अंडा - खासकर अंडे की जर्दी.

किन्हें सबसे ज़्यादा ज़रूरत है?

गर्भवती महिलाएं - ताकि बच्चे का सही विकास हो सके.
बच्चे और किशोर - उनकी दिमागी और शारीरिक बढ़त के लिए.
जो लोग पहाड़ी या आयोडीन की कमी वाली जगहों पर रहते हैं - वहां की मिट्टी में यह तत्व कम होता है, जिससे फसल और पानी से भी यह पोषक तत्व नहीं मिल पाता.

ऑफिशियल डेट

हर साल 21 अक्टूबर को विश्व आयोडीन की कमी दिवस मनाया जाता है. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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