Should You Be Worried About HMPV: एचएमपीवी या ह्यूमन पेपिलोमावायरस, एक प्रकार का वायरस है जो स्किन और म्यूकस मेम्ब्रेन (श्लेष्मल झिल्ली) पर संक्रमण कर सकता है. यह वायरस शरीर के कई हिस्सों में फैल सकता है, जैसे जननांग, गले, मुंह, और गुदा. एचएमपीवी के 200 से ज्यादा प्रकार बताए जाते हैं, जिनमें से कुछ प्रकारों में वायरस सामान्य तौर पर बिना किसी समस्या के शरीर से बाहर निकल जाते हैं, जबकि कुछ प्रकार गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं. हालांकि कोविड के बाद लोगों में इन नए वायरस को लेकर काफी डर का माहौल है और इनको लेकर कई तरह के सवाल है जो जहन में उठते हैं. ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जानने के लिए हमने एक्स के डॉक्टर से बात की.
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एम्स में संक्रामक रोगों के डॉक्टर, डॉ. नीरज निश्चल के साथ एचएमपीवी पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "इस तरह के वायरस हमारे साथ काफी समय रहे हैं, कभी-कभी अज्ञानता ही सुखदायी होती है, हमें इसके बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए. यह कोविड महामारी का हैंगओवर जैसा है. Sars Cov और HMPV में बहुत अंतर है. इस वायरस के निशान 1950 के दशक के अंत से मिलते हैं. हममें से ज्यादातर लोग पहले से ही इस वायरस के संपर्क में हैं.
डॉक्टर ने आगे कहा, "10 साल की उम्र तक हममें से ज्यादातर लोग इस वायरस के संपर्क में आ जाते हैं. यह कोई नया वायरस नहीं है. निगरानी के कारण मामले सामने आ रहे हैं."
"यह एक स्व-सीमित संक्रमण है, आप संक्रमित होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं. इसलिए टेस्ट की जरूरत नहीं है क्योंकि मलेरिया या टीबी की तरह इसका कोई अलग से उपचार नहीं है. कोविड 19 अपने पीछे डर की महामारी छोड़ गया है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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