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This Article is From Jun 02, 2023

करीबियों को खोने का दुख रोक सकता है दिल की धड़कने, हार्ट अटैक का बढ़ जाता है खतरा : स्टडी

जर्नल साइकोसोमैटिक मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन, दुःख की गंभीरता और हाई सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर फीडबैक के बीच संबंध को दिखाता है.

करीबियों को खोने का दुख रोक सकता है दिल की धड़कने, हार्ट अटैक का बढ़ जाता है खतरा : स्टडी
शोधकर्ताओं ने अध्ययन पार्टिसिपेंट्स के ब्लड प्रेशर को मापा.

प्रियजनों को खोने का साइकोलॉजिकल एंड फिजिकल हेल्थ दोनों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. एरिजोना विश्वविद्यालय ने हार्ट फंक्शन पर शोक के प्रभाव पर शोध किया और पाया कि एक्यूट स्ट्रोक ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. आंकड़ों के अनुसार दिल के लिए शोक एक जोखिम कारक हो सकता है. जर्नल साइकोसोमैटिक मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन, दुःख की गंभीरता और हाई सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर फीडबैक के बीच संबंध को दिखाता है.

अध्ययन के वरिष्ठ लेखक और मनोविज्ञान के यूएरिजोना सहयोगी प्रोफेसर मैरी-फ्रांसिस ओ'कोनर ने कहा, "टूटे हुए दिल की मौत" का विचार, जो किसी प्रियजन के नुकसान के बाद हो सकता है. एपिडेमियोलॉजी की स्टडी में किसी प्रियजन की मृत्यु के बाद डेथ रेट में बढ़ोत्तरी का लंबे समय से डॉक्युमेंटेशन किया गया है. ओ'कॉनर और उनके सहयोगियों द्वारा किए गए अध्ययन में ब्लड प्रेशर को पॉसिबल कंट्रिव्यूशन फैक्टर के रूप में देखा गया.

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कैसे किया गया था अध्ययन:

अध्ययन में 59 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था जिन्होंने पिछले एक साल में अपने किसी करीबी को खो दिया था. "हम नुकसान के बाद पहले साल में उस कमजोर समय के दौरान दु:ख के हार्ट रिलेटेड इफेक्ट्स का टेस्ट करने के तरीके की तलाश कर रहे थे," प्रमुख अध्ययन लेखक रोमन पालिट्स्की ने कहा, जो यूएरिजोना में डॉक्टरेट के छात्र थे, जब अध्ययन किया गया था और अब है एमोरी यूनिवर्सिटी वुड्रूफ हेल्थ साइंसेज सेंटर में डायेक्टर ऑफ रिसर्च प्रोजेक्ट इन स्प्रीचुअल हेल्थ.

शोधकर्ताओं ने प्रत्येक पार्टिसिपेंट्स से 10 मिनट तक बात की और उनसे एक पल साझा करने को कहा जब वे अपने प्रियजन की मृत्यु के बाद बहुत अकेला महसूस करते थे. शोधकर्ताओं ने तब अध्ययन पार्टिसिपेंट्स के ब्लड प्रेशर को मापा.

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"जब आप हार्ट डिजीज एक्सपर्ट्स के पास जाते हैं, तो वे केवल आपके ब्लड प्रेशर को ही नहीं मापते हैं. वे कभी-कभी ट्रेडमिल की तरह एक स्ट्रेस टेंस्टिंग भी करते हैं और आपके ब्लड प्रेशर को मापते हैं. यह एक इमोशनल स्ट्रेस टेस्ट की तरह है," ओ'कॉनर कहा.

दु:ख याद करने के बाद पार्टिसिपेंट्स का सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर जो दबाव है जो बढ़ जाता है और हार्ट बीट के दौरान आर्टिरीज पर डालता है.  बेसलाइन लेवल से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर औसतन 21.1 मिलीमीटर पारा चढ़ गया.

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59 पार्टिसिपेंट्स में से जिन लोगों ने हाई ब्लड प्रेशर लेवल के दु: ख के लक्षण दिखाए उन्होंने दु:ख को याद करने के दौरान ब्लड प्रेशर में सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी का अनुभव किया. ओ'कॉनर ने कहा, "इसका मतलब यह है कि यह सिर्फ किसी प्रियजन की मौत नहीं है जो दिल को प्रभावित करती है, बल्कि नुकसान के प्रति हमारी इमोशनल प्रोसेस हमारे दिल को प्रभावित कर रही है."

ओ'कॉनर ने कहा कि अध्ययन के निष्कर्ष फिजिशियन्स के लिए मददगार हैं, क्योंकि वे दिखाते हैं कि जो लोग शोक का अनुभव कर रहे हैं, उनमें हाई ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़ी अन्य समस्याओं का खतरा अधिक है.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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