
All Abbout Premenstrual syndrome (PMS) क्या आप भी अपनी पत्नी को हार्मोनल और मूडी कहकर बुलाते हैं. या कहते हैं कि अपने गुस्से के लिए Premenstrual syndrome (PMS) का इस्तेमाल करना बंद करो. अगर ऐसा है तो सबसे पहले जरूरी है कि आपको पता हो कि प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम क्या होता है, ताकि आप अपनी बीवी को बातें सुनाने की जगह उसकी तकलीफ को समझें. पीरियड्स से पहले महिलाएं क्यों चिड़चिड़ी हो जाती है, इसके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए, ताकि इस दौरान लोग उन्हें कुछ कहने की जगह उनका सपोर्ट करें.
PMS क्या होता है?
PMS महिला के पीरियड्स शुरू होने से पहले उसमें होने वाले शारीरिक और भावनात्मक बदलाव होते हैं. पीरियड शुरू होने के 5 से 7 दिन पहले महिलाओं के व्यवहार में कुछ बदलाव महसूस होने लगता है. ये बदलाव आमतौर पर पीरियड्स शुरू होने के साथ कम हो जाते हैं.

पीरियड्स से पहले महिलाएं क्यों चिड़चिड़ी हो जाती है?
मासिक धर्म यानी पीरियड से पहले, महिलाओं के शरीर में हार्मोन अचानक कम हो जाते हैं, जिसकी वजह से ब्रेन के केमिकल सेरोटोनिन (serotonin) और डोपामाइन (dopamine) का स्तर गड़बड़ हो जाता है. हो सकती है. इसके चलते इस दौरान उनके व्यवहार में चिड़चिड़ापन देखने को मिलने लगता है. प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के दौरान महिलाएं अपने शरीर में दर्द महसूस करती हैं, खासकर पेट और ब्रेस्ट के आस-पास. महिलाओं के मूड में भी अचानक बदलाव होने लगते हैं, वे कभी गुस्सा हो जाती है तो कभी छोटी-छोटी बातों पर रोने लगती है.

पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस जर्नल में PMS पर एक रिसर्च पब्लिश की गई थी. अप्रैल 2017 में पब्लिश इस रिसर्च के मुताबिक 90 फीसदी महिलाएं PMS का अनुभव करती हैं. 40 फीसदी महिलाओं को इस दौरान तनाव महसूस होता है और दो से पांच फीसदी महिलाएं बहुत ज्यादा तनाव का शिकार हो जाती हैं जिससे उनकी आम जिंदगी भी प्रभावित होने लगती है. दरअसल हार्मोन अचानक कम हो जाने से महिलाएं तनाव के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाती है, छोटी-छोटी बातों पर उन्हें गुस्सा आने लगता है.

लेकिन उस दौरान अगर आपका गुस्सा काफी देर तक टिका रहता है तो आपको देखना होगा कि कहीं आपको प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) तो नहीं है. PMDD मेंस्ट्रुअल से जुड़ी एक कंडीशन है जिसमें गंभीर डिप्रेशन (Severe Depression), चिड़चिड़ापन (Irritability), और तनाव (Stress) जैसी समस्याएं होती हैं. PMDD को हम प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) का एक गंभीर रूप कह सकते हैं.
प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) के लक्षण:
- चिड़चिड़ापन महसूस होना
- तनाव होना
- थकान
- फोकस करने में कठिनाई
- गुस्सा
- मूड स्विंग
- सोने में दिक्कत
- निराशा
- सामान्य गतिविधियों में मन न लगना
सुस्ती, जल्दी थकान होना, या एनर्जी की कमी

इसकी वजह से होने वाले शारीरिक लक्षण जैसे स्तन में कोमलता (Breast tenderness) या सूजन (Swelling), जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द (Joint or muscle pain) होना प्रीमेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS ) और प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) दोनों कंडीशन में शारीरिक और भावनात्मक लक्षण नजर आते हैं, लेकिन PMDD के लक्षण ज्यादा गंभीर होते हैं. PMDD सिर्फ महिलाओं को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि इसकी वजह से उनके पार्टनर से संबंध भी बिगड़ने लगते हैं.
अगर ऊपर बताए लक्षण आप भी पीरियड से पहले महसूस करती है तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें. प्रीमेन्स्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर (PMDD) के इलाज के लिए डॉक्टर की बताई दवाएं, डाइट, एक्सरसाइज, और स्ट्रेस मैनेजमेंट की तकनीक अपनाई जा सकती हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)