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इस बीमारी के आगे बेबस हुई थीं Madhubala, कहा था मुझ पर पैसे बर्बाद मत करो, आज इस Bollywood Actress की बेटी को भी है सेम बीमारी

बॉलीवुड अदाकारा मधुबाला (Bollywood Actress Madhubala) को अपनी बीमारी का पता फिल्म 'बहुत दिन हुए' (1954) के सेट पर चला, जहां एक्ट्रेस को टूथब्रश करते समय मुंह से खून आया था. इस घटना के बाद एक्ट्रेस को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और पता चला कि उन्हें हृदय संबंधी बीमारी है. बताया जाता है कि मधुबाला वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफ़ेक्ट (Ventricular Septal Defect (VSD) से पीड़ित थीं.

इस बीमारी के आगे बेबस हुई थीं Madhubala, कहा था मुझ पर पैसे बर्बाद मत करो, आज इस Bollywood Actress की बेटी को भी है सेम बीमारी
बॉलीवुड अदाकारा मधुबाला (Bollywood Actress Madhubala) ने कर दिया था इलाज से मना, कहा था 'मुझपर पैसे बर्बाद मत करो'

बॉलीवुड अदाकारा मधुबाला (Bollywood Actress Madhubala) ने अपने जीवन को भी रुपहले पर्दे की तरह जिया. जीवन के अलग अलग भावों से लगालब मधुबाला का जीवन ऐसे बीता कि आज भी जब उनका नाम या मधुबाला की कहानी कही जाती है, तो सबकी रुचि उसमें बन जाती है. मधुबाला की मशहूर फिल्मों (Best Movies of Madhubala) में मुगल-ए-आज़म, मिस्टर एंड मिसेज़ 55,काला पानी,चलती का नाम गाड़ी, बरसात की रात, हाफ़ टिकट, बॉयफ़्रेंड, शराबी और ज्वाला शामिल हैं. बॉलीवुड को बहुत से हीरे देने वाली मुगल-ए-आज़म एक्ट्रेस मधुबाला (Mughal-E-Azam Actress Madhubala) की पर्सनल लाइफ परेशानियों से भरी थी. मधुबाला की सेहत (Madhubala Health) को लेकर भी अक्सर चर्चा होती है. वे लंबी बीमारी से लड़ीं और अंत में अलविदा कह गईं.

अक्सर लोग ये जानना चाहते हैं कि बॉलीवुड अदाकारा मधुबाला का निधन (Madhubala Death) कैसे हुआ था. असल में मधुबाला को बचपन से ही एक रोग था, जिसके बारे में शायद उन्हें नहीं पता था.

मुधबाला को क्या हुआ था | Madhubala Ko Kya Hua Tha

मधुबाला (Madhubala) को अपनी बीमारी का पता फिल्म 'बहुत दिन हुए' (1954) के सेट पर चला, जहां एक्ट्रेस (Madhubala Health) को टूथब्रश करते समय मुंह से खून आया था. इस घटना के बाद एक्ट्रेस को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और पता चला कि उन्हें हृदय संबंधी बीमारी है. बताया जाता है कि मधुबाला वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफ़ेक्ट  (Ventricular Septal Defect (VSD) से पीड़ित थीं. लेकिन हेल्थ कंडीशन सीरियस होने के बाद भी एक्ट्रेस ने दिलीप कुमार के साथ फिल्म मुगल-ए-आजम (1960) के लिए शूटिंग जारी रखी और यहां अपना डांस और एक्टिंग में अपनी बेस्ट परफॉर्मेंस दी. कितनी बार ऐसा हुआ कि शूटिंग के दौरान मधुबाला की तबियत खराब हो गई. 

बता दें, मुगल ए आजम हिंदी सिनेमा की ब्लॉकबस्टर फिल्म है. मधुबाला का 23 फरवरी 1969 को मुंबई में निधन हो गया था. मधुबाला ने साल 1960 में ही सिंगर किशोर कुमार से शादी रचाई थी और वह जीवन के अंत तक किशोर के साथ ही रही थीं.

बॉलीवुड अदाकारा बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर की बेटी के जन्म के समय उनकी बेटी देवी के दिल में दो छेद थे. बॉलीवुड एक्ट्रेस बिपाशा बसु की बेटी का नाम देवी सिंह ग्रोवर है. जब देवी तीन महीने की थीं, तब उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी. 

वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट (VSD) क्या होता है? | VSD Kya Hota Hai?

यह एक जन्मजात हृदय दोष है, जिसमें हृदय के निचले कक्षों के बीच एक छेद होता है. यह बीमारी गर्भावस्था के दौरान बच्चे के दिल के बनते समय हो सकती है. इसकी वजह अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन यह अनुवांशिक भी हो सकती है, विशेष रूप से यदि परिवार में किसी को डाउन सिंड्रोम जैसी स्थिति हो.

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मधुबाला ने कर दिया था इलाज से मना, कहा था 'मुझपर पैसे बर्बाद मत करो'

मधुर ने फिल्मफेयर को बताया था, 'आपा बहुत पतली हो गई थीं, लोग उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन वह नहीं चाहती थीं कि कोई उन्हें देखे, वह खुद को आईने में देखती थीं और कहती थीं, देखो मैं क्या से क्या हो गई, अगर लोग मेरे लुक पर कमेंट करते हैं, मैं और भी ज्यादा टूटकर रोने लगूंगी'. उन्होंने आगे बताया, 'आपा ने कभी हमसे मदद नहीं ली, वह खुद नहाती थीं और खुद ही खाना खाती थीं, सांस लेने में तकलीफ होने पर उनके पास एक ऑक्सीजन सिलेंडर हमेशा रखा जाता था, वह कहती थीं, मुझ पर पैसे बर्बाद मत करो, मुझे नहीं लगता है कि मैं ज्यादा दिन जिंदा रह पाऊंगी और फिर कमाने वाला भी तो कोई नहीं है'.

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Bollywood Actress Madhubala

वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफ़ेक्ट का पता कैसे चलता है? (Dil me chhed/VSD ka pata kaise chalta hai)

गर्भवस्था के दौरान जब बच्चे का दिल बन रहा होता है, तब फीटल इको कार्डियोग्राफी से इसका पता चल सकता है. यह परीक्षण गर्भावस्था के 18 से 20 हफ्ते के दौरान किया जा सकता है. यदि इस तरह का दोष पता चलता है, तो परिवार को काउंसलिंग की जाती है, ताकि वे निर्णय ले सकें कि गर्भावस्था को जारी रखना है या नहीं.

क्या बरतें सावधानी 

इको कार्डियोग्राफी से इसका पता चलने के बाद फैमिली काउंसलिंग की जा सकती है. इसके बाद प्रेगनेंसी कंटिन्यू करना है या नहीं ये परिवार का फैसला होता है. ऐसे बच्चों की डिलीवरी कार्डियक सेंटर पर हो सकती है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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