
What Kills Sperm The Most : स्पर्म या स्पर्म सेल पुरुषों की प्रजनन क्षमता का एक अहम हिस्सा होते हैं. इनकी क्वालिटी और काउंट का सीधा असर एक हेल्दी गर्भधारण पर पड़ता है. आजकल की लाइफस्टाइल (Lifestyle) और इंवॉरमेंटल फेक्टर स्पर्म्स की क्वालिटी (Sperm Quality) पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं. इन फेक्टर्स की पहचान कर, उन्हें कंट्रोल करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बेहतर किया जा सकता है. इस आर्टिकल में हम उन मुख्य कारणों की चर्चा करेंगे, जो स्पर्म्स को नष्ट करने में अहम भूमिका निभाते हैं. आइए जानते हैं डॉक्टर राजीव सेटिया से कि सबसे ज्यादा स्पर्म्स को नष्ट करता है.
स्पर्म्स को सबसे ज्यादा कौन नष्ट करता है? (What Kills Sperm The Most)
1. धूम्रपान (Smoking)
धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक होने के साथ-साथ स्पर्म्स की क्वालिटी पर भी बुरा असर डालता है. सिगरेट में मौजूद निकोटिन और दूसरे हानिकारक केमिकल स्पर्म सेल्स को नष्ट करते हैं, जिससे उनकी काउंट और मोबिलिटी में कमी आती है. इसके अलावा, धूम्रपान से शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) बढ़ता है, जो स्पर्म्स की संरचना को भी नुकसान पहुंचाता है.
2. नशे की लत (Drug Abuse)
नशे की चीजों का सेवन, जैसे कि ड्रग्स भी स्पर्म्स के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. यह शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस उत्पन्न करता है, जिससे स्पर्म फॉर्मेशन की प्रोसेस में रुकावट आ सकती है.
3. शराब का सेवन (Alcohol Consumption)
बहुत ज्यादा शराब पीने से स्पर्म प्रोडक्शन में कमी आ सकती है. शराब के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल घट सकता है, जो स्पर्म्स की क्वालिटी को प्रभावित करता है.
4. गतिहीन लाइफ स्टाइल (Sedentary Lifestyle)
आजकल के व्यस्त लाइफ स्टाइल में ज्यादातर लोग फिजिकल एक्टिविटीज़ से दूर रहते हैं. लगातार बैठकर काम करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो सकता है, जिससे स्पर्म्स की क्वालिटी प्रभावित होती है. इससे स्पर्म सेल्स ठीक से विकसित नहीं हो पातीं और उनकी मोबिलिटी में भी कमी आ सकती है.
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5. रेडिएशन और गर्मी (Radiation and Heat)
बहुत ज्यादा गर्मी और रेडिएशन स्पर्म्स के लिए बहुत हानिकारक होते हैं. गर्म वातावरण में रहने से स्पर्म्स का प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है. उदाहरण के तौर पर, लैपटॉप को घुटनों पर रखकर काम करना या बहुत ज्यादा गर्म बाथटब में बैठना, ये सब स्पर्म्स के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं.
6. कुछ दवाइयों का सेवन (Certain Medications)
कुछ दवाइयां, खासकर कैंसर के इलाज के लिए दी जाने वाली कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी, स्पर्म्स की काउंट और क्वालिटी को प्रभावित कर सकती हैं. इन उपचारों से स्पर्म सेल्स को नष्ट किया जा सकता है, और इसके कारण नपुंसकता की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
7. तनाव (Stress)
मानसिक तनाव भी स्पर्म्स के लिए एक प्रमुख कारण बन सकता है. जब शरीर तनाव में होता है, तो यह हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, जिससे स्पर्म्स की काउंट और क्वालिटी में कमी हो सकती है.
8. बहुत ज्यादा वजन (Obesity)
बहुत ज्यादा वजन और मोटापा भी स्पर्म्स की क्वालिटी को प्रभावित कर सकता है. मोटे पुरुषों में अक्सर हार्मोनल इंबैलेंस पाया जाता है, जो स्पर्म प्रोडक्शन में कमी का कारण बन सकता है.
9. आहार और पोषण (Diet and Nutrition)
पोषक तत्वों की कमी से भी स्पर्म्स की क्वालिटी प्रभावित हो सकती है. विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स की कमी से स्पर्म्स की मोबिलिटी और काउंट में कमी आ सकती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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