Urinary Tract Infection: यूरिन इन्फेक्शन या यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) की दिक्कत आजकल सेहत से जुड़ी गंभीर समस्याओं में एक बन गई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मूत्र मार्ग का संक्रमण हर साल दुनिया भर में लगभग 150 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है. पुरुषों के मुकाबले यह समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है. स्वास्थ्य से जुड़ी इस गंभीर और जटिल समस्या को रोकने और सेहतमंद बने रहने के लिए यूरिन इन्फेक्शन (Infection in Urine) के लक्षणों को जल्दी पहचानना और समय से उसका सही इलाज करना बेहद जरूरी है.
Symptoms of Infection in Urine: मेडिकल प्रोफेशनल्स के मुताबिक, एक खामोश लेकिन आम समस्या बन चुके मूत्र मार्ग से जुड़े इंफेक्शन की चेतावनी,उसके संकेतों और लक्षणों के प्रति सचेत रहना जरूरी है. मूत्र मार्ग संक्रमण की हालत में बैक्टीरिया गुर्दे, मूत्राशय, मूत्रवाहिनी और मूत्रमार्ग से बने पूरे यूरिनरी सिस्टम पर हमला करते हैं. इस संक्रमण को निचले मार्ग (मूत्रमार्ग और मूत्राशय को प्रभावित करने वाले) और ऊपरी मार्ग संक्रमण (गुर्दे और मूत्रवाहिनी को प्रभावित करने वाले) में बांटा गया है.
यूरिन इंफेक्शन के पांच लक्षण क्या-क्या हैं? (5 Symptoms of Urine Infection?)
आइए, यूरिन इंफेक्शन के हैरान करने वाले पांच लक्षणों के बारे में जानते हैं, जिन्हें भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. जब भी आपको अपने शरीर में ये हैरान करने वाले संकेत या लक्षण दिखाई दें, तो आपको मूत्र मार्ग संक्रमण (यूटीआई) का शक होना चाहिए और इलाज के लिए तुरंत अपने नजदीकी मूत्र रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए.
1. पेशाब के रंग में बदलाव : सामान्य पेशाब साफ और हल्के पीले रंग का होता है. वहीं, मूत्र मार्ग संक्रमण होने पर पेशाब का रंग लाल, कोला के रंग का, चमकीला गुलाबी या गहरे रंग का दिखाई दे सकता है. इसके अलावा बार-बार पेशाब आना और पेशाब करने के दौरान सामान्य से ज्यादा झाग बनना भी यूरिन इंफेक्शन का बड़ा लक्षण हो सकता है.
2. तेज़ गंध वाला पेशाब : पेशाब की अपनी खास गंध होती है, लेकिन जब आपको मूत्र मार्ग संक्रमण होता है तो गंध असामान्य रूप से तेज और अजीब हो सकती है. अगर आपके पेशाब में सामान्य से ज़्यादा तेज गंध आती है तो सचेत हो जाना चाहिए.
3. पेट या पीठ में दर्द : मूत्र मार्ग संक्रमण पेशाब करते समय जलन और तकलीफ के साथ-साथ पेट, पीठ या पेल्विक दर्द का कारण भी बन सकता है. खासकर, प्यूबिक बोन के आसपास, पेट, पीठ के ऊपरी हिस्से और अगल-बगल होने वाला दर्द भी गुर्दे के संक्रमण का संकेत हो सकता है.
4. तेज बुखार और ठंड लगना : कुछ मामलों में, यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण से बुखार और ठंड लग सकती है. जब कैथेटर लगाया जाता है, तो बुखार संक्रमण का इकलौता लक्षण हो सकता है, लेकिन जब बुखार बढ़ जाता है और साथ में थकान, ठंड लगने या मानसिक बदलाव की दिक्कत भी साथ होती है, तो किडनी में गंभीर संक्रमण का संदेह हो सकता है.
5. मतली और उल्टी : मूत्र मार्ग सीधे तौर पर शरीर के पाचन तंत्र से जुड़ा हुआ है. इसलिए मूत्र मार्ग के संक्रमण से मतली और उल्टी हो सकती है. अगर मतली और उल्टी के साथ यूटीआई के दूसरे लक्षण भी हों तो सावधान हो जाना चाहिए.
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज? (How is urinary tract infection treated?)
डॉक्टर्स के मुताबिक, आमतौर पर यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कम नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन अगर समय से इनका सही इलाज न किया जाए तो ये खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए, यूटीआई संक्रमण का पता चलते ही डॉक्टर सबसे पहले 2-3 दिनों के लिए एंटीबायोटिक लेने और रोजाना पर्याप्त पानी पीने की सलाह देते हैं. ज्यादातर मामले में इससे ही हालत काबू में आ जाते हैं. जबकि, गंभीर संक्रमणों के लिए लंबे समय तक इलाज की जरूरत हो सकती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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