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ट्रेन जब तक गुजर न गई 4 बच्चों को बांहों में दबाए रहा निर्दयी बाप, कंपा रही फरीदाबाद की यह घटना

पुलिस ने बताया कि स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर पहले महतो को रेलवे ट्रैक पर चलते हुए देखा गया. वह दो बच्चों को कंधे पर उठाए हुए था और दो बच्चों का हाथ पकड़े हुए था. लोको पायलट ने दूर से कई बार हॉर्न बजाया, लेकिन महतो ट्रैक से नहीं हटा. ट्रेन के नजदीक आते ही वह अपने चार बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूद गया.

ट्रेन जब तक गुजर न गई 4 बच्चों को बांहों में दबाए रहा निर्दयी बाप, कंपा रही फरीदाबाद की यह घटना
फरीदाबाद:

हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के पास 10 जून को एक ऐसी घटना घटी, जिसने हर किसी का दिल दहला दिया. बिहार के लखीसराय निवासी 40 वर्षीय मनोज महतो ने अपने चार मासूम बच्चों के साथ गोल्डन टेंपल ट्रेन के सामने छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया. इस खौफनाक मंजर ने हर किसी के होश उड़ा दिए. रेलवे ट्रैक पर कटे-बिखरे शवों ने हर किसी को अंदर तक हिला दिया. बच्चे अपनी जान बचाने के लिए छटपटा रहे थे लेकिन पिता ने उन्हें अपनी बाहों में तब तक जकड़े रखा जब तक कि वो ट्रेन के नीचे ना आ गए हो. ये मंजर इतना खौफनाक था कि इसके बारे में सोचकर ही लोगों की रूह कांप जा रही है.

बच्चों ने भागने की कोशिश की लेकिन पिता ने जकड़ा

मंगलवार दोपहर मनोज अपने चारों बच्चों को पार्क घुमाने के बहाने किराए के मकान से बाहर निकला. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह दो बच्चों को कंधे पर बिठाए और दो का हाथ पकड़े रेलवे ट्रैक के पास पहुंचा. जैसे ही दिल्ली की ओर जा रही गोल्डन टेंपल ट्रेन ट्रैक पर नजदीक आई, मनोज ने बच्चों को कसकर पकड़ा और ट्रेन के सामने कूद गया. हालांकि कुछ लोगों ने बताया कि बच्चे भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मनोज ने उन्हें अपनी बाहों में जकड़ लिया.

मनोज की जेब से निकली पर्ची में क्या था लिखा 

ट्रेन की चपेट में आने से पांचों की मौके पर ही मौत हो गई, और उनके शरीर के टुकड़े ट्रैक पर बिखर गए थे. ट्रेन के लोको पायलट ने तुरंत इसकी सूचना दी, जिसके बाद जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) मौके पर पहुंची. शवों को रेलवे ट्रैक से हटाकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया. मनोज की जेब से मिली एक पर्ची, जिसमें उसकी पत्नी का मोबाइल नंबर और बच्चों के नाम व उम्र लिखी थी, उसी आधार पर उसकी पत्नी को सूचित किया गया.

मनोज ने बच्चों संग क्यों किया सुसाइड

बेहद शुरुआती  जांच में पता चला कि मनोज अपनी पत्नी पर शक करता था, घटना की सूचना मिलते ही महिला बदहवास हालत में मौके पर पहुंची. उसने बताया कि मनोज बच्चों को पार्क घुमाने ले गया था, और उसे इस कदम की कोई जानकारी नहीं थी. वहीं इस मामले में जीआरपी अधिकारी ने बताया कि महिला अभी सदमे में है, और उनसे पूछताछ बाद में की जाएगी. जीआरपी ने घटनास्थल का मुआयना कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मनोज के परिजनों को सूचित किया. ट्रेन के ड्राइवर ने पुष्टि की है कि मनोज बच्चों के साथ ट्रेन के सामने कूदा था. अब इस मामले में आगे की कार्रवाई हो रही है.

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