- राव इंद्रजीत यादव हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर और ईडी के अनुसार आर्थिक अपराधी है, जो विदेश भाग चुका है
- दिसंबर 2024 से शुरू हुई हत्या, फायरिंग और रंगदारी की घटनाओं में राव इंद्रजीत यादव का नाम सामने आया है
- ED ने दिल्ली-हरियाणा में उसके 10 ठिकानों पर छापेमारी कर मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध वसूली के सबूत जुटाए हैं.
वो पुलिस की सुरक्षा में चलता है. काफिले में सबसे महंगी गाड़ियां होती हैं. सेलिब्रिटीज़ से मिलता है. नेताओं से नज़दीकियां किसी से छिपी नहीं. प्राइवेट जेट में उड़ता है और एक दिन उसी जेट में उड़कर दुबई पहुंच गया. फिर कभी वापस नहीं आया. अब हरियाणा पुलिस और ED उसे ढूंढ रही है. बेहद लग्जरी और शाही जिंदगी जीने वाला ये शख्स है- राव इंद्रजीत यादव.फिलहाल ED ने इंद्रजीत के 10 ठिकानों पर छापेमारी की है, इसमें जो मिला है वो चौंकाने वाला है.
इंद्रजीत यादव सोशल मीडिया पर लग्जरी लाइफ के लिए मशहूर है. लेकिन पुलिस की फाइलों में वो कुख्यात गैंगस्टर है और ED की फाइलों में Economic Offender है.
शुरुआत कहां से हुई?
दिसंबर 2024- रोहतक, किलोई गांव. फाइनेंसर मंजीत डीघल की हत्या हुई. इसकी जिम्मेदारी कुख्यात हिमांशु भाऊ ने ली. इसी केस में राव इंद्रजीत यादव का नाम पहली बार खुलकर सामने आया. हत्या के बाद इंद्रजीत देश छोड़कर भाग गया.
14 जुलाई 2025- सिंगर व रैपर फाजिलपुरिया पर फायरिंग

सोशल मीडिया पर इस फायरिंग की जिम्मेदारी जिन अकाउंट्स ने ली, उनमें एक नाम राव इंद्रजीत यादव का भी था.
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4 अगस्त 2025- फाजिलपुरिया के फाइनेंसर रोहित शौकीन की हत्या
गुरुग्राम में गोलियां मारकर हत्या की गई. ऑनलाइन पोस्ट में राव इंद्रजीत और उसके साथियों ने जिम्मेदारी ली.
18 अगस्त 2025- एल्विश यादव के घर ताबड़तोड़ फायरिंग
फायरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु भाऊ गैंग की ओर से ली गई. पोस्ट में फिर राव इंद्रजीत का नाम सामने आया.

पुलिस ऑफिसर की मौत से जुड़ता एक और धागा
हरियाणा के ADG वाई एस पूरण कुमार की आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद रोहतक पुलिस के ASI संदीप लाठर की भी आत्महत्या हुई. अपने सुसाइड नोट और आखिरी वीडियो में संदीप लाठर ने राव इंद्रजीत का नाम लिया. उसने आरोप लगाया, 'IPS वाई पूरण कुमार ने राव इंद्रजीत से 50 करोड़ की डील कर उसे हत्या के मामले से बाहर कर दिया था.' इस बयान के बाद मामला और उलझता गया.
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अब ED का बड़ा एक्शन
ED ने दिल्ली, गुरुग्राम और रोहतक में राव इंद्रजीत यादव के 10 ठिकानों पर छापा मारा. मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया गया. कार्रवाई Apollo Green Energy Ltd. और इससे जुड़ी कंपनियों पर भी हुई. ED की जांच में सामने आया कि इंद्रजीत सिंह यादव अवैध वसूली करता है. जबरन लोन सेटलमेंट कराता है. हथियारों के दम पर धमकी देता है और अपराध की कमाई को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए छिपाता था. जांच हरियाणा और यूपी पुलिस की 15+ FIRs और चार्जशीट्स के आधार पर शुरू हुई.

कहानी सिर्फ इतनी नहीं… राव इंद्रजीत यादव Gems Records Entertainment Pvt. Ltd. नाम की एक कंपनी का मालिक है. हत्या, रंगदारी, धोखाधड़ी, जमीन कब्जाने और हिंसक अपराधों का पुराना खिलाड़ी रहा है. हरियाणा पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में वो शामिल है.
कॉरपोरेट कनेक्शन में ED की बड़ी खोज
जांच में सामने आया कि कई बड़ी कंपनियां झज्जर के डीघल इलाके के निजी फाइनेंसरों से बड़े कैश में उधार लेती थीं. बदले में पोस्ट-डेटेड चेक दिए जाते थे. विवाद होने पर इंद्रजीत 'स्ट्रॉन्गमैन' बनकर एंट्री करता था. धमकी, हथियारबंद गुर्गे, लोकल गैंग करते थे और फिर जबरन सेटलमेंट कराया जाता था. इन डील्स से उसे सैकड़ों करोड़ रुपये कमीशन मिलने का आरोप है.
ED को छापेमारी में क्या मिला?

ED की छापेमारी में 5 लग्जरी कारें, 17 लाख रुपये नकद, बैंक लॉकर और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे डिजिटल डिवाइस, सर्वर और डेटा बरामद हुआ. ED के मुताबिक, इंदरजीत ने एक वेबसाइट और पोर्टल तैयार करवाया था, जो कॉरपोरेट कंपनियों और प्राइवेट फाइनेंसरों के बीच गुप्त 'डील सेटलमेंट सिस्टम' की तरह काम करता था. उसने अपराध की कमाई से कई चल-अचल संपत्तियां अपने और अपने परिवार के नाम पर खरीदीं.
ED अब क्या कर रही है?
अब प्रवर्तन निदेशालय पूरे नेटवर्क की मनी ट्रेल जांच रहा है. विदेश में बैठे गुर्गों की जानकारी, UAE कनेक्शन और बड़े कॉरपोरेट लिंक की गहराई से जांच जारी है.
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