 
                                            बैंक बंद है लेकिन ग्रामीण डेरा डाले हुए हैं
                                                                                                                        - ग्रामीणों का आरोप बैंक अधिकारी केवल परिचितों को नकदी दे रहे हैं
- पांच से छ्ह घंटे के लंबे इंतजार के बाद मिल रहे पैसे
- रात 10 बजे तक तनाव रहा, बाद में पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाया
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                                                                                जींद (हरियाणा): 
                                        माह की शुरुआत होने और वेतन का भुगतान होने के बाद जारी नकदी संकट के बीच कुछ इलाकों में तनाव और मारपीट की खबरें आ रही हैं. हरियाणा के जींद जिले के धरौनी गांव के लोगों का धैर्य शुक्रवार की शाम को जवाब दे गया. आकोशित ग्रामीण ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स के बाहर इकट्ठे हुए और बैंक कर्मियों को बंधक बना लिया.
ग्रामीणों का कहना था कि बैंक अधिकारी केवल अपनी जान-पहचान के लोगों को नकदी दे रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद बैंक उन्हें केवल 2000 रुपये के नोट थमा रहा है और वो भी पांच से छ्ह घंटे के लंबे इंतजार के बाद.
एनडीटीवी ने घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज खंगाले है जिसमें साफ दिखाई तौर दिखाई दे रहा है कि 100 से अधिक लोग बैंक के बाहर डटे हैं और वो शाम 6 बजे से नारेबाजी कर रहे हैं. तनाव की स्थिति रात 10 बजे तक बनी रही. बाद में पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाया.
एक किसान धरमेंदर ने कहा, "बैंक सुबह 11 बजे खुलता है और दोपहर को बैंक अधिकारी कैश खत्म होने की बात कह देते हैं. लेकिन बैंक प्रबंधक अपनी परिचितों को कैश देते हैं. यहां तक कि उनके पुराने नोट को जमा करके भी." हालांकि इस मसले पर बैंक प्रबंधक का पक्ष नहीं मिल पाया है. इस ब्रांच से आसपास के 7 गांवों के लोग लेनदेन करते हैं. हालांकि बैंक आज बंद है लेकिन ग्रामीणों की भारी भीड़ यहां पर डेरा डाले हुए है.
                                                                        
                                    
                                ग्रामीणों का कहना था कि बैंक अधिकारी केवल अपनी जान-पहचान के लोगों को नकदी दे रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद बैंक उन्हें केवल 2000 रुपये के नोट थमा रहा है और वो भी पांच से छ्ह घंटे के लंबे इंतजार के बाद.
एनडीटीवी ने घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज खंगाले है जिसमें साफ दिखाई तौर दिखाई दे रहा है कि 100 से अधिक लोग बैंक के बाहर डटे हैं और वो शाम 6 बजे से नारेबाजी कर रहे हैं. तनाव की स्थिति रात 10 बजे तक बनी रही. बाद में पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाया.
एक किसान धरमेंदर ने कहा, "बैंक सुबह 11 बजे खुलता है और दोपहर को बैंक अधिकारी कैश खत्म होने की बात कह देते हैं. लेकिन बैंक प्रबंधक अपनी परिचितों को कैश देते हैं. यहां तक कि उनके पुराने नोट को जमा करके भी." हालांकि इस मसले पर बैंक प्रबंधक का पक्ष नहीं मिल पाया है. इस ब्रांच से आसपास के 7 गांवों के लोग लेनदेन करते हैं. हालांकि बैंक आज बंद है लेकिन ग्रामीणों की भारी भीड़ यहां पर डेरा डाले हुए है.
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                                        नोटबंदी, जींद बैंक, बैंक कर्मियों को बंधक बनाया, धरौनी गांव, Notebandi, Jind Bank Haryana, Jind Bank, Bank Officials Hostage, Dharauni Village
                            
                        