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दुनिया के दूसरे सबसे जहरीले सांप 'रसेल वाइपर' को मुंह से सांस देकर बचाई जान, देखें VIDEO

Gujarat News: वलसाड जिले के पारडी में एक हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है. यहां के एक एनिमल राइट्स के लिए काम करने वाले रेस्क्युअर अली अंसारी ने एशिया के दूसरे सबसे जहरीले सांप, 'रसेल वाइपर' की जान बचाने के लिए वह किया, जो अमूमन इंसानों के लिए किया जाता है.

दुनिया के दूसरे सबसे जहरीले सांप 'रसेल वाइपर' को मुंह से सांस देकर बचाई जान, देखें VIDEO
  • गुजरात के वलसाड जिले के पारडी में जीवदया कार्यकर्ता अली अंसारी ने रसेल वाइपर सांप की जान बचाई
  • लकड़ी का ढेर गिरने से बेहोश हुए सांप की सांस की नली दब गई, जिससे उसे सांस लेने में दिक्कत हुई
  • अली अंसारी ने स्ट्रॉ की मदद से सांप की श्वासनली में फूंक मारकर उसे कृत्रिम सांस दी
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गुजरात के वलसाड जिले के पारडी में एक हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है. यहां के एक एनिमल राइट्स के लिए काम करने वाले रेस्क्युअर अली अंसारी ने एशिया के दूसरे सबसे जहरीले सांप, 'रसेल वाइपर' की जान बचाने के लिए वह किया, जो अमूमन इंसानों के लिए किया जाता है. लकड़ी का ढेर सिर पर गिरने से बेहोश हुए सांप को बचाने के लिए युवक ने स्ट्रॉ की मदद से उसके श्वासनली में फूंक मारकर कृत्रिम सांस दी.

यह घटना पारडी के एक प्राइवेट स्कूल कैंपस में हुई. कैंपस में दो सांप दिखने पर स्कूल प्रशासन ने रेस्क्युअर अली अंसारी को बुलाया. अली अंसारी ने एक सांप को सुरक्षित पकड़ लिया. हालांकि, जब वह दूसरे सांप को बचाने की कोशिश कर रहे थे, तभी लकड़ी का एक बड़ा ढेर उस सांप पर गिर गया. इस हादसे में सांप को गंभीर चोटें आईं और उसकी सांस की नली दब गई, जिससे वह तुरंत बेहोश हो गया.

रेस्क्युअर अली अंसारी ने बताया, "जब सांप घायल हुआ, तो मैंने देखा कि उसकी सांस की नली ब्लॉक थी. मैंने उसे पंप किया, लेकिन वह हिल नहीं रहा था. मैंने तुरंत एक स्ट्रॉ मंगवाया और उसे उसकी ब्रीदिंग ट्यूब में डाल लिया. यह जानते हुए भी कि यह एशिया का दूसरा सबसे ज़हरीला सांप है, मेरी जान बचाने की इच्छा बहुत मज़बूत थी."

मुंह से स्ट्रॉ से दिया CPR, सांप हुआ जिंदा

सांस रुकने के बाद अली अंसारी तुरंत घायल सांप को खुले मैदान में ले गए. पहले पंप करने पर भी जब कोई हलचल नहीं हुई, तो उन्होंने जान जोखिम में डालकर एक अनोखा कदम उठाया. उन्होंने एक प्लास्टिक का स्ट्रॉ लिया और उसे सांप की निचली सांस की नली में सावधानी से डाला. इसके बाद उन्होंने अपने मुंह से स्ट्रॉ के जरिए सांप को पांच से सात बार फूंक मारकर कृत्रिम सांस (CPR) दी.अली अंसारी की कोशिश रंग लाई. कुछ ही मिनटों में सांप हिलने लगा, उसकी सांस की नली फिर से खुल गई और वह दोबारा जिंदा हो गया.

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