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This Article is From Nov 18, 2017

गुजरात : बीजेपी को जोरदार झटका, विधायक जेठा सोलंकी ने पार्टी से नाता तोड़ा

जेठा सोलंकी ने विधायक और संसदीय सचिव के पदों से भी इस्तीफा दिया, चुनाव में टिकट नहीं दिए जाने से हुए नाराज

गुजरात : बीजेपी को जोरदार झटका, विधायक जेठा सोलंकी ने पार्टी से नाता तोड़ा
गुजरात में बीजेपी के विधायक और संसदीय सचिव जेठा सोलंकी ने पार्टी छोड़ दी है और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
अहमदाबाद: गुजरात में शनिवार को जहां पाटीदारों के नेता हार्दिक पटेल के दो पुराने साथी बीजेपी में शामिल हो गए वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी को भी तगड़ा झटका देते हुए इसके एक विधायक ने पार्टी से नाता तोड़ लिया. विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच कोडिनार सीट से बीजेपी विधायक जेठा सोलंकी ने पार्टी छोड़ दी और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा शासन में दलितों ने अत्याचारों का सामना किया है.

मुख्यमंत्री विजय रूपानी द्वारा नियुक्त संसदीय सचिवों में से एक जेठा सोलंकी ने पद से इस्तीफा दे दिया. संसदीय सचिवों को उप मुख्यमंत्री के बराबर समझा जाता है और माना जाता है कि वे मंत्रियों की मदद करते हैं. दलित नेता ने कहा कि पार्टी ने जब उन्हें बताया कि इस बार मुझे टिकट नहीं दिया जाएगा तो मुझे निराशा हुई थी. उन्होंने कहा कि मैंने एक विधायक और संसदीय सचिव के तौर पर बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया है क्योंकि पार्टी ने मेरी बातों को सुनना बंद कर दिया है.

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सोलंकी ने बताया कि पार्टी ने उन्हें सूचित किया था कि इस बार उन्हें कोई टिकट नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘जी हां, पार्टी ने मुझे बताया था कि इस बार मुझे टिकट नहीं दिया जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी ने मुझे इस्तीफा नहीं देने के लिए मनाने की कोशिश की थी लेकिन मैंने अपना इस्तीफा वापस नहीं लेने का फैसला किया है.’’

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उना दलित अत्याचार मामले का हवाला देते हुए सोलंकी ने कहा, ‘‘भाजपा के इस शासन में दलित समुदाय ने कई अत्याचार का सामना किया है. समुदाय कठिन स्थिति का सामना कर रहा है.’’ सोलंकी ने कहा, ‘‘उना घटना के दौरान इससे पहले आनंदीबेन पटेल के शासन में कुछ कदम उठाए गए थे लेकिन विजय रूपानी के मुख्यमंत्री बनने पर उनकी सरकार ने दलितों के उत्थान के लिए कोई कदम नहीं उठाया.’’

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बहरहाल सोलंकी ने इस बात का जवाब देने से इनकार कर दिया कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे या किसी अन्य पार्टी में शामिल होंगे. सोलंकी के इस्तीफे पर भाजपा से किसी ने टिप्पणी नहीं की. इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता आईके जडेजा को वाधवान सीट से टिकट नहीं दिए जाने के कारण उनके समर्थकों ने गांधीनगर में भाजपा मुख्यालय पर हंगामा किया. भाजपा ने इस सीट से धनजीभाई पटेल को टिकट दिया है.
(इनपुट एजेंसियों से)

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