Uric Acid Diet: आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण हम कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. शरीर में कई तरह के एसिड और मिनरल्स पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. लेकिन कई बार इनकी अधिकता हमें परेशानी में भी डाल देती है. उन्ही में से एक है यूरिक एसिड. यूरिक एसिड हमारे खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट पदार्थ है जो यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है. लेकिन जब यह हमारे शरीर से बाहर नहीं निकल पाता तो यह हमारी हड्डियों के जोड़ों पर जमा होने लगता है. इससे सूजन और दर्द की समस्या होने लगती है. ध्यान ना देने पर यह समस्या आगे गठिया में बदल सकती है. यूरिक एसिड बढ़ने पर आपको अपना खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. चलिए जानते हैं वो चीजें जिनका सेवन रात के समय बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.
यूरिक एसिड के मरीजों को रात में नहीं करना चाहिए इन चीजों का सेवन (Worst Food For Uric Acid)
दाल
यूरिक एसिड बढ़ने पर प्रोटीन का सेवन करने की मनाही होती है. दाल में हाई मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, ऐसे में इसका सेवन करने की भी मनाही होती है. यूरिक एसिड से ग्रसित लोगों को रात में दाल का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.
मीठी चीजें
खाने के बाद अक्सर लोगों को मीठा खाना पसंद होता है. लेकिन अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो रात के समय मीठे का सेवन करने से बचें. यह शरीर में शुगर के लेवल को बढ़ा देगा जिससे दर्द बढ़ सकता है.
मीट
रात के समय मीट का सेवन भी यूरिक एसिड से ग्रसित लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए बेहतर होगा कि रात के समय इनका सेवन ना करें.
यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है (why uric acid increases):
शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने की कई वजहें हो सकती हैं. स्ट्रेस और खराब लाइफस्टाइल और खानपान भी इसकी एक वजह हो सकती है. यूरिक एसिड के बढ़ने पर हमारी एड़ियों, पिंडलियों, घुटनों में दर्द के साथ सूजन भी आती है. यहां तक कि यह हमारी किडनी को भी प्रभावित कर सकता है साथ ही डायबिटीज का खतरा भी बढ़ा सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप अपने खानपान का ध्यान दें. साथ ही शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ने पर भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है.
यूरिक एसिड कितना होना चाहिए? (Uric Acid Normal Level)
महिलाओं और पुरूषों में इसका लेवल अलग-अलग होता है. महिलाओं में इसका नार्मल स्तर 1.5 से 6.0 mg dl तक होता है. वहीं पुरुषों में यूरिक एसिड का लेवल 2.5 से 7.0 mg dl तक होता है. इससे अधिक लेवल होने पर यह दर्द और सूजन का कारण बन सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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