Singhara For Navratri: व्रत के दौरान नौ दिनों तक लोग मांस, अनाज, शराब, प्याज और लहसुन भी नहीं खाते.
खास बातें
- सिंघाड़ा, जिसे वाटर चेस्टनट के रूप में भी जाना जाता है.
- सिंघाड़े में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
- नवरात्रि व्रत में सिंघाड़े के आटे का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है.
Singhara Atta For Navratri 2021: नवरात्रि पर्व की शुरूआत 13 अप्रैल से हो गई है. नवरात्रि हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. जिसे दुर्गा पूजा के नाम से भी जाना जाता है. नवरात्रि पर्व को हिन्दू धर्म में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा की जाती है. आमतौर पर नवरात्रि पर बहुत से लोग पूरे नौ दिन का व्रत रखते हैं. और मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करते हैं. माना जाता है कि देवी दुर्गा ने अलग-अलग अवतार लेकर राक्षसों का अंत किया था. और भक्त उन्हें इन्हीं रूपों में पूजते हैं. नवरात्रि के नौ दिनों को बहुत ही शुभ माना जाता है. व्रत के दौरान नौ दिनों तक लोग मांस, अनाज, शराब, प्याज और लहसुन भी नहीं खाते. नवरात्रि के दौरान बहुत से भक्त उपवास रखते हैं. नवरात्रि के पर्व में नियम, अनुशासन का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि नियमों का पालन और विधि पूर्वक पूजा करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है. मां दुर्गा को शक्ति का रूप माना गया है. मां भगवती को प्रसन्न करने के लिए बहुत से भक्त व्रत करते हैं. इस दौरान लोग कुट्टू आटा, समक के चवाल आदि का इस्तेमाल करते हैं. इसके साथ ही वो सिंघाड़े के आटे का भी इस्तेमाल करते हैं. आपको बता दें कि सिंघाड़े के आटे का सेवन सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है. सिंघाड़ा, जिसे वाटर कैलट्रॉप या वाटर चेस्टनट के रूप में जाना जाता है.
सिंघाड़े के आटे के फायदेः (Singhare Ka Atta Khane Ke Fayde)
1. वजन घटानेः