विज्ञापन
This Article is From Sep 20, 2022

Ghatasthapana 2022: कब है घटस्थापना? यहां जानें शुभ मुहूर्त, तिथि, विधि और भोग

Shardiya Navratri 2022: हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही पवित्र माना जाता है. साल भर में दो नवरात्रि पड़ती हैं जिन्हें धूम-धाम से मनाया जाता है. इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू हो रही है.

Ghatasthapana 2022: कब है घटस्थापना? यहां जानें शुभ मुहूर्त, तिथि, विधि और भोग
Ghatasthapana 2022: नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना या घटस्थापना की जाती है.

Shardiya Navratri 2022: हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही पवित्र माना जाता है. साल भर में दो नवरात्रि पड़ती हैं जिन्हें धूम-धाम से मनाया जाता है. इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू हो रही है. नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना या घटस्थापना (Ghatasthapana 2022) की जाती है. मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है. 26 सितंबर, सोमवार से शुरू हो कर 4 अक्टूबर तक चलने वाले नवरात्र में कैसे और कब करें घटस्थापना. इस बात को लेकर चिंतित हैं तो परेशान न हो यहां जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त व संपूर्ण विधि के साथ भोग-

घटस्थापना शुभ मुहूर्त 2022- Ghatasthapana Shubh Muhurat:

सितम्बर 26, सोमवार 2022 को आश्विन घटस्थापना  
घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 06:11 बजे से 07:51 तक.
अवधि - 01 घंटा 40 मिनट
घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - 11:48 बजे से 12:36 बजे तक.
अवधि - 48 मिनट 

Gram For Diabetes: डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है ये दाल, जानें अन्य फायदे

कलश स्थापना विधि- Kalashsthapana Vidhi:

वनरात्रि के पहले दिन कलश यानि घटस्थापना का प्रवधान है. कलश की स्थापना मंदिर के उत्तर-पूर्व दिशा में करनी चाहिए और मां की चौकी लगा कर कलश को स्थापित करना चाहिए. सबसे पहले जिस जगह पर कलश रखना है वहां गंगाजल छिड़क कर पवित्र कर लें. फिर लकड़ी की चौकी पर लाल रंग से स्वास्तिक बनाकर कलश को स्थापित करें. कलश में आम का पत्ता रखें और इसे जल या गंगाजल भर दें. साथ में एक सुपारी, कुछ सिक्के, दूर्वा, हल्दी की एक गांठ कलश में डालें. कलश के मुख पर एक नारियल लाल वस्त्र से लपेट कर रखें. चावल यानी अक्षत से अष्टदल बनाकर मां दुर्गा की प्रतिमा रखें. इन्हें लाल या गुलाबी चुनरी ओढ़ा दें. कई लोग कलश स्थापना के साथ अखंड दीपक की स्थापना भी करते हैं. 

रोजाना सुबह खाली पेट दूध में मिलाकर करें इस एक चीज का सेवन, मिलेंगे जबरदस्त फायदे

कलश स्थापना के दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. माता को लाल रंग के फूल चढ़ाए जाते हैं. मां शैलपुत्री के लिए जो भोग बनाया जाता है वो गाय के घी और दूध से बना होता है. माता को गाय के दूध और घी से बनी चीजों का ही भोग चढ़ाया जाता है. तो चलिए जानते हैं गाय के दूध से आप माता के लिए खीर का भोग बना सकते हैं. इस खीर को बनाना बेहद ही आसान है. आपको बस गाय का दूध, साबूदाना, चीनी, इलायची पाउडर और ड्राई फ्रूट्स की आवश्यकता होती है. 

Benefits Of Okra: क्या आप जानते हैं भिंडी खाने के ये कमाल के फायदे, यहां देखें पूरी लिस्ट

gfgeni3

कैसे बनाएं गाय के दूध की खीर- How To Make Kheer For Bhog:

खीर बनाने के लिए सबसे पहले आप एक बाउल में कुछ देर के लिए साबूदाना को पानी में भिगोएं. साथ ही दूध में चीनी और इलायची की फली डालकर उबालें. इसके बाद उसमें साबूदाना मिलाएं. तब तक पकाएं जब तक साबूदाना फूल न जाए. फिर इसमें ड्राई फ्रूट्स डालकर हल्का पकाएं और ठंडा कर भोग में चढ़ाएं. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com