How to Increase the Nutrition of Roti: रोटी के पोषण को बढ़ाने के लिए बहुत से लोग गेहूं के आटे के साथ मिलेट्स जैसे रागी, मक्का, जौ और बाजरा आदि के आटे को मिलाकर रोटियां बनाते हैं. कुछ लोग मानते हैं कि इस तरह से हमारे शरीर को एक साथ कई सारे अनाजों का पोषण मिलता है. लेकिन मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट लवलीन कौर का मानना है कि इस तरह से मल्टीग्रेन आटे का सिलेक्शन सही नहीं है. लवलीन का मानना है कि हमें एक समय में एक ही आटे का इस्तेमाल करना चाहिए. लवलीन ने रोटी को अधिक पौष्टिक बनाने के लिए कुछ खास टिप्स भी शेयर किए हैं.
अपने यूट्यूब चैनल पर शॉर्ट वीडियो शेयर कर न्यूट्रिशनिस्ट लवलीन कौर ने रोटी बनाने का सही तरीका बताया. साथ ही बताया कि इसे किस तरह रैप किया जाना चाहिए. लवलीन ने कहा है कि हम रोटी बनाते वक्त कुछ गलतियां करते हैं जिससे हमें परहेज करना चाहिए.
रोटी बनाते वक्त न करें ये गलतियां (Mistakes to avoid when making rotis)
1. लवलीन ने बताया कि हमें रोटी के आटे को मल्टीग्रेन नहीं करना चाहिए. एक टाइम में एक ही आटे का सेवन करें. आप चाहे जौ, ज्वार, रागी या फिर सिंपल गेहूं का आटा रोटी बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इन्हें एक साथ मिलाने से बचें.
2. रोटी का पोषण बढ़ाने के लिए नॉन स्टिक तवे की जगह पारंपरिक लोहे वाले तवे का इस्तेमाल करें.
3. रोटी को बनाने के बाद इसे पैक करने या रखने के लिए सूती के कपड़े का इस्तेमाल करें. एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल न करें.
4. रोटी का आटा गूंथने के बाद इसे कम से कम 5 मिनट के लिए रेस्ट करने को जरूर रखें. इस प्रोसेस से आटा फर्मेंट होता है और इसमें गुड बैक्टीरिया पनपते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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