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क्या आप जानते हैं जलेबी को हिंदी में क्या कहते हैं? 99% लोगों को नहीं है पता बनावट की तरह की घुमावदार है नाम । Instant Jalebi Recipe

Jalebi Hindi Name: जलेबी तो आपने खूब खाई होगी लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इसको हिंदी में क्या कहा जाता है. अगर नहीं तो आज आप इस सवाल का जवाब जानकर हैरान हो जाएंगे.

क्या आप जानते हैं जलेबी को हिंदी में क्या कहते हैं? 99% लोगों को नहीं है पता बनावट की तरह की घुमावदार है नाम । Instant Jalebi Recipe
क्या आपको पता है जलेबी का हिंदी नाम.

Jalebi Hindi Name: बचपन में जब हम छोटे हुआ करते थे और बाहर से नाश्ता आने की बात आती थी तो मुंह पर सबसे पहले नाम आता था दही जलेबी, खस्ता सब्जी, पूरी सब्जी ये कुछ ऐसे नाश्ते हैं जिनको खाकर हमारा दिन बन जाता था. इसके साथ ही त्योहारों के समय में भी जलेबी को जरूर शामिल किया जाता था और इसके बिना कोई भी सेलीब्रेशन अधूरा माना जाता है. जलेबी एक ऐसी स्वीट डिश है जो शादी-ब्याह में भी खाने को खूब मिलती है. जलेबी हर एक मौके को बहुत ही ज्यादा खास और यादगार बना देती है. तेड़ी-मड़ी कुरकुरी चाशनी में डूबी नारंगी रंग की जलेबी को देखते ही मुंह में पानी आ जाता है. शायद इस वक्त इस आर्टिकल को पढ़ते हुए आपका मन भी जलेबी खाने का करे और आप फोन उठाकर इसको ऑर्डर भी करने की सोच रहे हों. या फिर दुकान पर जाकर इसे गर्मा-गर्म खाने का इरादा बना रहे हों. 

जलेबी से जुड़ी पौराणिक कथाएं

बता दें कि जलेबी सिर्फ अपनी बनावट और स्वाद के लिए भी नहीं बल्कि अपनी पौराणिक कथाओं के लिए भी जानी जाती है. एक पौराणिक कथा के मुताबिक हनुमान जी भगवान राम के लिए बेसन से बने फाफड़े और गर्म जलेबी बनाते थे. इन कथाओं की वजह से ही दशहरे के पर्व में इसका काफी महत्व माना जाता है. दशहरे पर जलेबी खाने की परंपरा तभी से चली आ रही है. दशहरे के दिन मेले पर आपको जलेबी का स्टॉल जरूर मिल जाएगा.

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जलेबी को हिंदी में क्या कहते हैं?

जलेबी तो आपने खूब खाई होगी लेकिन क्या आप जानते हैं कि जलेबी को संस्कृत में क्या कहते हैं? अगर आप सोच में पड़ गए हैं तो आपको बता दें कि संस्कृत में जलेबी 'सुधा कुंडलिका' के नाम से जाना जाता है. वही अंग्रेजी में जलेबी को 'Coiled Funnel Cake' , 'Indian Syrup-Coated Dessert' और 'Sweet Pretzel' के नाम से भी जाना जाता है. वहीं अब बारी आती है इसके हिंदी नाम की. तो वैसे तो जलेबी ही कहा जाता है लेकिन शुद्ध हिंदी में इसे कुंडलिका या जलवल्लिका के नाम से भी जाना जाता है. 

तो अब आप भी जलेबी खाने वाले के साथ इसके नामों को पूछिएगा जरूर. आखिर उन्हें भी पता होना चाहिए कि जिस जलेबी को वो इतने चाव से खा रहे हैं उसके एक नहीं बल्कि अनेक नाम हैं जिससे वो जानी जाती है. 

जलेबी का इतिहास 

ऐसा माना जाता है कि मध्यकाल में ये फ़ारसी और तुर्की व्यापारियों के साथ यह मिठाई भारत आई और इसके बाद से हमारे देश में भी इसे बनाया जाने लगा. यूं तो जलेबी को कई लोग विशुद्ध भारतीय मिठाई मानने वाले भी हैं. शरदचंद्र पेंढारकर में जलेबी का प्राचीन भारतीय नाम कुंडलिका बताते हैं. वे रघुनाथकृत ‘भोज कुतूहल' नामक ग्रंथ का हवाला भी देते हैं जिसमें इस व्यंजन के बनाने की विधि का उल्लेख है. भारतीय मूल पर जोर देने वाले इसे ‘जल-वल्लिका' कहते हैं. रस से भरी होने की वजह से इसे यह नाम मिला और फिर इसका रूप जलेबी हो गया.

किन नामों से जानी जाती है जलेबी?

वहीं भारत में अलग-अलग राज्यों में इसे अलग नामों से जाना जाता है. बंगाल में इसे 'चनार'. इंदौर में जलेबा, मध्य प्रदेश में मावा जंबी, हैदराबाद की खोवा जलेबी, आंध्र प्रदेश में इमरती या जांगिरी के नाम से भी जानते हैं.

जलेबी इंस्टेंट रेसिपी (Jalebi Instant Recipe)

सामग्री

बैटर के लिए:

  • मैदा – 1 कप  
  • कॉर्नफ्लोर – 2 टेबलस्पून  
  • दही – 2 टेबलस्पून  
  • बेकिंग सोडा – 1/4 टीस्पून  
  • पानी – आवश्यकतानुसार  
  • पीला फूड कलर – एक चुटकी (ऑप्शनल)

चाशनी के लिए:

  • चीनी – 1 कप  
  • पानी – 1/2 कप  
  • नींबू का रस – 1 टीस्पून  
  • इलायची पाउडर – 1/4 टीस्पून  
  • केसर – कुछ धागे (ऑप्शनल)

तलने के लिए:

घी या तेल

रेसिपी:

सबसे पहले बैटर को तैयार करना है, इसके लिए मैदा, कॉर्नफ्लोर, दही और बेकिंग सोडा को एक साथ मिलाएं. फिर इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर बैटर को तैयार करें. ध्यान रखें की बैटर गाढ़ा हो लेकिन साथ ही बहने वाला भी हो. अब इस बैटर को 10-15 मिनट के लिए रख दें.   

अब एक पैन में चीनी और पानी मिलाएं. मीडियम आंच पर 5–7 मिनट तक इसे पकाएं. अब इसमें नींबू का रस, इलायची और केसर डालें. एक तार की चाशनी तैयार कर के रख लें.  

अब एक कढ़ाही में घी गर्म करें, जलेबी को बैटर को कपड़े के कोन या फिर किसी बोतल में भर कर गर्म तेल में गोल-गोल जलेबी बनाएं और दोनों तरफ से सुनहरी होने तक जलें. गरम जलेबी को तुरंत चाशनी में 1–2 मिनट डुबोकर निकाल लें. आपकी जलेबी बनकर तैयार है इसे दही या फिर रबड़ी के साथ परोसें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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