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रात को सोते समय गर्म दूध या पानी के साथ सिर्फ 1 चम्मच खाएं, आंखों की रोशनी बढ़ाएं

Ankhon Ki Roshni kaise Badhaye: आंखों की रोशनी पहले जैसी नही रही. बच्चों की नजर कमजोर होती जा रही है. आपको बता दें कि स्क्रीन टाइम और अनहेल्दी लाइफस्टाइल का असर सबसे पहले आंखों पर पड़ता है. डॉक्टर जैदी ने आंखों को हेल्दी बनाने और नजर को बढ़ाने के कुछ खास टिप्स शेयर किए हैं. 

रात को सोते समय गर्म दूध या पानी के साथ सिर्फ 1 चम्मच खाएं, आंखों की रोशनी बढ़ाएं
आंखों की रोशनी बढ़ाने का घरेलू नुस्खा.

Ankhon Ki Roshni kaise Badhaye: आंखों की रोशनी पहले जैसी नही रही. बच्चों की नजर कमजोर होती जा रही है. आपको बता दें कि स्क्रीन टाइम और अनहेल्दी लाइफस्टाइल का असर सबसे पहले आंखों पर पड़ता है. एक जमाना हुआ करता था जब बड़े-बूढ़ों की नजर कमजोर हुआ करती थी. लेकिन आज के समय में अगर आप अपने आस-पास देखें आंखों की समस्या सिर्फ बड़े-बूढ़ों की नहीं है बल्कि बच्चों को भी आंखों से जुड़ी समस्याएं होने लगी हैं. हम समझ सकते हैं कि आपको कितनी परेशानी होती होगी जब आपके चश्मे का नंबर बार-बार बढ़ता है. ऐसे में आज हमको डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया है एक ऐसा देसी नुस्खा जो आपकी आखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है. इसके साथ ही आंखों का ख्याल रखने के टिप्स.

आंखों की रोशनी बढ़ाने का असल मतलब

आंखों की रोशनी बढ़ाने का मतलब अक्सर लोग गलत समझते हैं.  आंखों की रोशनी बढ़ाने का मतलब अक्सर लोग समझते हैं कि चश्मा उतर जाएगा या फिर आपको चश्मा बिल्कुल नहीं लगाना पड़ेगा. सोशल मीडिया पर भी इस तरह के कई आर्टिकल और वीडियोज मौजूद हैं जो ये दावा करते हैं कि ऐसा करने से चश्मा हट जाएगा. लेकिन ये सारे के सारे दावे बिल्कुल बकवास हैं. क्योंकि आंखों में चश्मा रिफ्रेक्टिव एरर की वजह से लगता है. जिसको सिर्फ और सिर्फ चश्मा लगाकर ही सॉल्व किया जा सकता है. 

आंखों की रोशनी बढ़ाने का असल मायने ये होता है कि आई साइट बेस्ट पॉसिबल वे में काम करें. आंखों की नर्वस और मसल्स मजबूत बनें. आंखें ड्राई ना हो और पढ़ने-लिखने या टीवी देखने से आंखों पर जो स्ट्रेन पड़ती है उसका असर कम से कम पड़े. ताकि हमारी आंखों में कभी किसी भी तरह की कोई प्रॉब्लम ना हो और अगर आंखों पर चश्मा लगा हुआ है तो इसका नंबर बढ़े ना और पहले से इंप्रूव हो जाए. 

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आंखों का ख्याल कैसे रखें

डॉक्टर जैदी ने आंखों को हेल्दी बनाने और नजर को बढ़ाने के कुछ खास टिप्स शेयर किए हैं. 

  • जब भी आप लैपटॉप पर या मोबाइल पर काम कर रहे हों. या फिर कुछ पढ़ने-लिखने का काम कर रहे हों तो फिर हर आधे घंटे के बाद आप अपनी नजर को डेस्क या फिर कंप्यूटर से हटाकर अपने से 20 मीटर दूर किसी चीज को देखने पर फोकस करें. 
  • लगातर मोबाइल और स्क्रीन पर देखने से लगातार देखते रहने पर आपकी आंखों की मसल्स स्टिफ हो जाती हैं. इसलिए हर आधे घंटे में ऐसा करने से मसल्स को रिलैक्स मिलता है.
  • इसके अलावा आप ठंडे पानी को आंखों को धोने और गुलाब जल को आंखों में डालने से आपकी आंखों को ठंडक मिलती है और ड्राई आंखों की समस्या से भी राहत दिला सकता है. 

आंखों की रोशनी बढ़ाने का घरेलू उपाय

  1. सौंफ 100 ग्राम
  2. काली मिर्च 100 ग्राम
  3. बादाम 100 ग्राम
  4. धागे वाली मिश्री 200 ग्राम
  • सौंफ में विटामिन ए होता है जो आंखों की सेल्स को रिपेयर करता है. इसके साथ ही सौंफ में ल्यूटिन और जैंक्सैंथिन नाम के दो एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आंखों को स्क्रीन से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं. 
  • काली मिर्च न्यूट्रिएंट्स के अब्जार्ब करने की क्षमता को बढ़ाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करती है.
  • बादाम ओमेगा-3 और फैटी एसिड का अच्छा सोर्स है ये आंखों की नर्वस और दिमाग को तेज करता है और उन्हें हेल्दी बनाता है.
  • मिश्री का कूलिंग इफेक्ट आंखों के लिए फायदेमंद होता है. आंखों में ड्राइनेस और लालिमा को कम करने में मदद करता है. 

कैसे बनाएं

इसके लिए आप सबसे पहले सौंफ को हल्का सा भूंन लीजिए और इसे ठंडा होने के लिए रख दीजिए. इसी तरह से आप बादाम को भी रोस्ट कर के ठंडा होने के लिए रख दें. तब तक आप मिश्री को कूटकर मिक्सी में पीस लीजिए इसके बाद इसमें काली मिर्च मिलाकर मिक्सी में अच्छी तरह से पीस लें. अब ठंडा हुई सौंफ और बादाम को मिक्सी में अलग-अलग पीस लीजिए. जब सारी चीजें पिस जाएं तो आप सभी चीजों को मिक्स कर के एक साथ मिक्सी में पीसकर एक फाइन पाउडर तैयार कर लें. 

कैसे करें सेवन 

रोज रात को सोते वक्त एक चम्मच इस पाउडर को गर्म दूध या फिर पानी के साथ इसका सेवन कर सकते हैं. ये आपकी आंखों को हेल्दी बनाने में मदद कर सकता है. 

इसके साथ अपनी डाइट में विटामिन ए और ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले फूड्स को शामिल करें. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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