Guru Nanak Jayanti 2025: गुरु नानक जयंती का त्योहार सिख धर्म के लोग बेहद धूमधाम से मनाते हैं. देशभर में आज मनाया जा रहा है सिख धर्म का प्रकाश पर्व. सिख धर्म में कुल दस गुरु हुए हैं और इनमें से दो प्रमुख गुरुओं, गुरु नानक देव जी और गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मदिवस को विशेष रूप से प्रकाश पर्व या प्रकाश उत्सव के रूप में मनाया जाता है. यह पर्व न केवल सिख समुदाय के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है. इस दिन सिख लोग अखंड पाठ का आयोजन करते हैं, जिसमें गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ किया जाता है.
आपको बता दें कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने मात्र दस वर्ष की आयु में गुरु की गद्दी संभाली और सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु बनें. गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हुआ था. नानकशाही कैलेंडर के अनुसार, यह तिथि हर साल बदलती रहती है, लेकिन इस अवसर को पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाया जाता है.
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गुरु नानक जयंती पर बनाया जाने वाला कड़ा प्रसाद- (Guru Nanak Jayanti Kada Prasad)
गुरु नानक जयंती के दिन, गुरुद्वारों में परोसे जाने वाले सामुदायिक भोज या 'लंगर' को खाने का रिवाज है. जो भोजन पकाया जाता है, वह पूरी तरह से शाकाहारी होता है जिसे विशेष रूप से स्वयंसेवकों द्वारा सांप्रदायिक रसोई में तैयार किया जाता है. लंगर में परोसे जाने वाले भोजन में आमतौर पर रोटी, चावल, दाल, छाछ या लस्सी के साथ सब्जियां शामिल होती हैं. गेहूं के आटे, चीनी और घी के साथ बनाया जाने वाला मीठा कड़ा प्रसाद भी लंगर का एक अभिन्न हिस्सा होता है. यहां देखें की आप घर पर किस तरह कड़ा प्रसाद बना सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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