गरम मसाला भारत के पारंपरिक मसालों का का एक बेहतरीन मेल होता है. यह शाकाहारी और मांसाहारी दोनों ही तरह के व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है. कई खुशबूदार भारतीय मसालों के मेल से बने इस गरम मसाले को एयर टाइट डिब्बों में भरकर रखा जाता है और अपनी सुविधा व स्वाद के मुताबिक अलग-अलग व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप किसी से गरम मसाले बनाने की विधि के बारे में पूछेंगे तो आपको कोई एक फिक्स जवाब नहीं मिलेगा क्योंकि गरम मसाला तैयार करने का कोई एक तय तरीका नहीं होता. हर कोई अपनी-अपनी जरूरतों के अनुसार अपने तरीके से इसे तैयार करता है. लेकिन एक बात सब मानते हैं कि घर पर तैयार गरम मसाला बाहर से खरीदे हुए मसाले से बेहतर होता है. भले ही इसे तैयार करने का लोगों का अपना-अपना तरीका हो लेकिन इतना पक्का है कि गरम मसाला भारत के हर किचन का अभिन्न अंग है. और आपको बता दें कि स्वादिष्ट होने के साथ ही गरम मसाला आपकी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.
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क्लीनिकल न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर रुपाली दत्ता कहती हैं कि गरम मसाले से होने वाला फायदा उन सभी अन्य मसालों के फायदों का कुल जोड़ है जो उस गरम मसाले को बनाने में इस्तेमाल किए गए हैं. और जैसा हम जानते हैं कि गरम मसाला बनाने की कोई एक तय विधि नहीं है तो इससे होने वाले फायदे भी अलग-अलग होते हैं. इससे होने वाला लाभ रोज के खाने में इस्तेमाल होने वाली इसकी मात्रा पर भी निर्भर करता है. लौंग, दालचीनी, जीरा, जयफल, काली मिर्च, इलायची और तेजपत्ता ये कुछ मसाले हैं जो अमूमन सब लोग गरम मसाला बनाने के लिए इन्ग्रीडिएंट के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
ये हैं गरम मसाले के स्वास्थ्य संबंधित फायदे
1. पाचन क्रिया की बेहतरी
गरम मसाले का सबसे बड़ा फायदा है कि ये आपकी भूख बढ़ाता है और पेट में अमाशय रस की रिलीज को बढ़ाकर आपकी पाचन क्रिया को भी बेहतर करता है. लौंग और जीरा अपच को आपसे दूर रखने में आपकी मदद करते है. लौंग एसिडिटी को भी काबू रखने में आपकी सहायता करती है.
2. मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा
गरम मसाला में फाइटोन्यूट्रीएंटस की मौजूदगी इसे आपका मेटाबॉलिज्म बेहतर करने के लिए सक्षम बनाती है. खासतौर पर काली मिर्च इस काम के लिए बेहद कारगर होती है. इसके अलावा इन इन्ग्रीडियेन्टस में बहुत सारे मिनरल्स उपल्बध होते हैं जोकि हमारे शरीर के अन्य अंगों के सुचारू संचालन में हमारी बहुत मदद करते हैं.
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3. एंटीआक्सीडेंट से भरपूर
गरम मसाले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की परेशानियों से लड़ने के साथ-साथ पेट की जलन से भी निजात पाने में आपकी सहायता करते हैं.
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4. पेट फूलने और सूजन से लड़ने में मदद
डॉक्टर रूपाली दत्ता के अनुसार गरम मसाला के कामिनटिव गुण आपका पाचन बेहतर करने में सहायक होते हैं. ये पेट फूलने की समस्या, सूजन और जी मिचलाने की समस्या से भी लड़ने में आपकी मदद करते हैं.
5. बदबूदार सांसों से निजात
गरम मसाले में विद्यमान लौंग और इलायची आपकी सांसों की बदबू से लड़ने में आपकी सहायता करता है.
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हम भारतीय गरम मसालों का इस्तेमाल इसके गुण या दोष परखकर या फिर किसी स्वास्थ्य संबंधी फायदे के लिए नहीं करते, लेकिन बहुत ही छोटे-छोटे तरीकों से ये हमारी सेहत का खयाल रखता है. हालांकि बहुत लोगों के बीच ऐसी गलत धारणा बन गई है कि सब्जियों में गरम मसाले के प्रयोग से हमारी पाचन शक्ति बेहतर होने की बजाय बिगड़ती है. डॉ. दत्ता के अनुसार ऐसा कोई कारण नहीं जिसके चलते एक सेहतमंद व्यक्ति गरम मसाले का सेवन ना कर सके. हालांकि वे यह जरूर कहती हैं कि हो सकता है इसमें मौजूद कुछ मसाले हाइपरएक्टीविटी और अलसर से ग्रस्त लोगों को सूट ना करें, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि गरम मसाले इस्तेमाल के लिए सुरक्षित और स्वस्थ नहीं हैं.
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