Kharna Chhath Puja 2023: छठ पूजा का दूसरा दिन खरना होता है. खरना को लोहंडा भी कहा जाता है. संतान की प्राप्ति एवं उसके सुखी जीवन के लिए हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा की जाती है. छठ (Chhath Puja 2023) के पर्व का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है. छठ का पर्व दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है. छठ का महापर्व पूरे देश में बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. यह पर्व खासतौर पर बिहार, पूर्वी उत्तर प्रेदश और झारखंड में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. छठ के दूसरे दिन को खरना कहते हैं. इस दिन व्रती को पूरे दिन व्रत रखना होगा. शाम को व्रती महिलाएं मिट्टी के चूल्हे पर गुड़वाली खीर का प्रसाद बनाता हैं और सूर्य देव की पूजा करने के बाद व्रत रखने वाले इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं. इसके बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत की शुरूआत हो जाती है.
खरना के दिन बनती है गुड़ वाली खीरः (Kharna Special Gur Wali Kheer)
छठ पूजा के दूसरे दिन को खरना कहा जाता है. खरना वाले दिन शाम को व्रती महिलाएं मिट्टी के चूल्हे पर गुड़वाली खीर का प्रसाद बनाता हैं. और सूर्य देव की पूजा करने के बाद व्रत रखने वाले इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं. इसके बाद 36 घंटे वाले निर्जला व्रत की शुरूआत हो जाती है. वैसे तो आमतौर पर लोग खीर को शक्कर के साथ बनाते हैं लेकिन, छठ पर्व में खरना वाले दिन गुड़ वाली खीर का खास महत्व है. गुड़ वाली खीर खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है. इसे बनाने की रेसिपी के लिए आप यहां क्लिक करें.
ये भी पढ़ें- Gurpurab 2023: गुरुपर्व कब है? जानें डेट, समय, रिचुअल्स और इस दिन बनाई जाने वाली ट्रेडिशनल्स रेसिपीज
छठ पूजा 2023 तिथिः (Chhath Puja 2023 Tithi)
इस साल छठ पूजा 19 नवंबर को होगी. इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और इसी के साथ छठ पूजा (Chhath Puja 2023) का समापन व व्रत पारण किया जाएगा.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं