Chaitra Navratri 2023: हिंदुओं का मुख्य त्योहार और मां दुर्गा को समर्पित पवित्र चैत्र नवरात्र इस बार मार्च माह में आ रहे हैं. 21 मार्च से शुरू हो रहा चैत्र नवरात्र का उत्सव 30 मार्च तक चलेगा और 30 मार्च को देश भर में रामनवमी मनाई जाएगी. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग अलग कल्याणकारी स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है. अष्टमी और नवमी के दिन कन्या भोज कराया जाता है और उन्हें हलवा पूरी खिलाया जाता है. कहा जा रहा है कि इस बार चैत्र नवरात्रि के मौके पर पहले तीन दिन कई तरह के शुभ योग बन रहे हैं जो जनता जनार्दन के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे.
माना जा रहा है कि इस बार मां दुर्गा नौका पर सवार होकर धरती पर आ रही हैं. ये आगमन उत्तर भाद्रपद नक्षत्र होगा और इस दौरान कलश स्थापना करना काफी लाभकारी और पुण्यकारी माना जाएगा. चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से आरंभ हो रही हैं और चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि 21 मार्च को लग रही है, इस दिन पूरे दिन पंचक योग लगा रहेगा.
इस बार नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल योग में होगी जो सुबह नौ बजकर 18 मिनट तक रहेगा. इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा. यह नौ बजकर 19 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजे तक रहेगा. संयोग देखिए कि ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग भी लगेगा और इस दौरान देवी की पूजा अर्चना करना बेहद शुभकारी माना जाता है.
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त ( Kalash Sthapana Shubh Muhurat):
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना यानी कलश में अनाज बोने की परंपरा निभाई जाती है. इसका शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होगा और ये मुहूर्त करीब एक घंटे का रहेगा. भक्तजन इस लाभ के मुहुर्त में 7 बजकर 55 मिनट तक देवी पूजा और कलश स्थापना कर सकते हैं.
इस दिन देवी के लिए घटस्थापना करके मां दुर्गा की विधिवत पूजा की जाती है. इस दिन घटस्थापना करते वक्त कलश में जौ बोए जाते हैं और देवी का स्वरूप मानकर नौ दिनों तक उनकी आराधना की जाती है. नौ दिन के व्रत इस दौरान काफी पुण्यकारी माने जाते हैं.
अगर आप व्रत कर रहे हैं तो नौ दिनों में उपवास में आप अपने उपवासी भोजन की रूपरेखा पहले ही तैयार कर सकते हैं. इस दौरान सात्विक और फलाहारी व्रत करने का प्रावधान है. इस दौरान आप व्रत वाले भोजन की रेसिपी तैयार कर सकते हैं.
नवरात्रि व्रत की रेसिपी ( Vrat Recipe):
सुबह - आप चाय के साथ साबूदाना बड़ा या साबूदाना टिक्की खा सकते हैं. इससे देर तक पेट भरा महसूस होगा और आपको ऊर्जा मिलती रहेगी. साबूदाना फलाहारी है और इसे आलू के साथ बड़ा बनाकर आराम से खाया जा सकता है. साबूदाने में फाइबर होता है जिससे आपका पेट देर तक भरा रहेगा और आपको पूरी ऊर्जा भी मिलेगी.
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दोपहर - दोपहर में आप हल्का ही भोजन करें तो बेहतर होगा. इसके लिए आलू की टिक्की के साथ सामक के चावल या फिर साबूदाने की खिचड़ी ले सकते हैं. साथ में दही लीजिए क्योंकि पूरे दिन में आपको कैल्श्यिम भी जरूर चाहिए. समक की खिचड़ी की रेसिपी जानने के लिए यहां क्लिक करें.
शाम - शाम के वक्त आप कुरकुरे आलू चिप्स खा सकते हैं या फिर मखाना फ्राई करके खा सकते हैं.
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रात - रात के भोजन में आलू की रसेदार सब्जी के साथ आप सिंघाड़े के आटे की रोटी या पराठा खा सकते हैं. साथ में दही ले सकते है और मीठे के आपके पास साबूदाने की खीर, या लौकी का हलवा ऑप्शन हैं. खीर और हलवे में आप एनर्जी के लिए काजू बादाम और नारियल का चूरा एड कर सकते हैं.
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