भारतीय घरों में बहुत सारे फल और सब्जियों से अचार (Pickle) बनाने और खाने की परंपरा है. हम सभी को मां के बनाए तरह तरह के अचार बेहद पसंद आते हैं. खाने की मेज पर तरह तरह के अचार जरूर परोसे जाते हैं. कभी खाना फीका होने तो कभी पराठे के साथ अचार का मजा लेने के बहाने हम अचार को अपने खाने में शामिल कर लेते हैं. हालांकि बहुत ज्यादा अचार खाने से सेहत (Health) पर खराब असर पड़ सकता है. आइए जानते हैं ज्यादा अचार खाने के साइड इफेक्ट्स (Side effects of pickles) ….
अचार के साइड इफेक्ट्स (Side effects of pickles)
कम न्यूट्रिशनल वैल्यू (Low nutritional value)
अचार बनाने के लिए फल और सब्जियों को काट कर धूप में रखा जाता है. इसके कारण फल और सब्जियों के अधिकतर न्यूट्रिएंट्स खत्म हो जाते हैं. उनके ऊपर नमक भी छिड़का जाता है जिससे न्यूट्रिएंट्स और भी कम हो जाते हैं.
बढ़ सकता है बीपी लेवल (Can increase blood pressure levels)
अचार बनाने के लिए फल और सब्जियों को धूप में सुखाते समय नमक लगाया जाता है और मसाले के साथ भी नमक डाला जाता है. अचार में ज्यादा नमक होने के कारण सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है. सोडियम बीपी लेवल को बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट से जुड़ी कई समस्याएं भी हो सकती हैं. हालांकि कभी-कभार अचार खाने से परेशानी नहीं होती है. डाइजेशन के दौरान आंतें सोडियम को सोख लेती हैं, जिससे सोडियम इलेक्ट्रोलाइट्स ज्यादा हो जाता है. यह ब्लड को पतला कर देता है. जिससे ब्लड वेसल्स पर दबाव बढ़ सकता है.
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किडनी को नुकसान (Harmful to kidney)
आम के एक अचार में 569 मिलीग्राम तक सोडियम होता है. अचार में बहुत नमक होने के कारण डाइट में सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे बॉडी में वाटर रिटेंशन, ब्लोटिंग, हाई बीपी और किडनी पर काम का बोझ बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. अधिक नमक वाली डाइट से बॉडी में फ्यूलिड बढ़ने के कारण हार्ट, वैस्कूलर सिस्टम और किडनी को नुकसान पहुंच सकता है.
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है (Leads to high cholesterol levels)
अचार बनाने के लिए फल व सब्जियों को तेल में डुबोकर रखा जाता है. अचार में ज्यादा तेल होने के कारण यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट डिजीज होने या बिगड़ने का खतरा बढ़ सकता है. लंबे समय तक कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई रहने का लिवर पर खराब असर पड़ सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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