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इन 5 बीमारियों के लिए काल हैं अंगूर के पत्ते, जानिए कैसे करना है सेवन, इसके बाद जो होगा कर देगा हैरान । Benefits of Grapes Leaves

Angoor Ke Patte Khane ke Fayde: आपको बता दें कि अंगूर के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फलेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं. इसके साथ ही इसमें लो कैलोरी होती है. इसलिए इसका सेवन उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद हो जाता है जो अपना वजन कम करने की सोच रहे हैं. आइए जानते हैं सका सेवन करने के फायदे और तरीका. 

इन 5 बीमारियों के लिए काल हैं अंगूर के पत्ते, जानिए कैसे करना है सेवन, इसके बाद जो होगा कर देगा हैरान । Benefits of Grapes Leaves
अंगूर के पत्तों के स्वास्थ्य लाभ.

Angoor Ke Patte Khane ke Fayde: अंगूर खाने में खट्टे-मीठे स्वाद के होते हैं और अमूमन ये आपको हर सीजन में मिल ही जाते हैं. इनकी सबसे खास बात यह है कि ये हरे, काले और लाल रंग के भी आते हैं और सभी का साइज और स्वाद भी अलग-अलग होता है. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर इन अंदर का सेवन कई तरीकों से किया जाता है. इसे किशमिश बनाने के लिए सुखाया जा सकता है. वहीं इसको जैम और वाइन जैसे दूसरे कई फूड आइटम्स को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ अंगूर ही नहीं बल्कि इसके पत्तों में भी कई ऐसे खास गुण छिपे हैं जिनको जानने के बाद आप इनको फेंकने के बारे में कभी सोच भी नहीं सकते हैं. आपको बता दें कि अंगूर के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फलेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं. इसके साथ ही इसमें लो कैलोरी होती है. इसलिए इसका सेवन उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद हो जाता है जो अपना वजन कम करने की सोच रहे हैं. आइए जानते हैं सका सेवन करने के फायदे और तरीका. 

अंगूर के पत्ते खाने के फायदे ( Grapes Leave Benefits)

  1. कैलोरी- 14 किलो कैलोरी
  2. प्रोटीन- 1 ग्राम
  3. कार्बोहाइड्रेट- 2 ग्राम
  4. फाइबर- 1 ग्राम
  5. विटामिन A- दैनिक आवश्यकता का 77%
  6. विटामिन C- दैनिक आवश्यकता का 6%
  7. विटामिन K- दैनिक आवश्यकता का 120%
  8. कैल्शियम- दैनिक आवश्यकता का 4%
  9. आयरन- दैनिक आवश्यकता का 5%

अंगूर के पत्ते खाने के स्वास्थ्य लाभ (Benefits of Grapes leaves)

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एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

अंगूर के पत्तों में फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड और विटामिन सी पाया जाता है, जो बॉडी में फ्री रेडिकल्स से लड़ने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में भी मदद करते हैं. 

मजबूत हड्डियां

हड्डियों की मजबूती के लिए सिर्फ कैल्शियम की नहीं बल्कि दूसरे पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होती है. इसके साथ ही इन पत्तो में विटामिन के पाया जाता है जो हड्डियों के मिनरल डेंसिटी को बनाए रखने और जरूरी पोषण देने में भी मदद करता है.

आंखों के लिए समर्थन

अंगूर के पत्तों में विटामिन A और बीटा-कैरोटीन भी पाए जाते हैं. जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है. ऐसा माना जाता है कि “ये रेटिना के काम करने में मदद करते हैं, रतौंधी को रोकते हैं और उम्र से जुड़ी आंखों की समस्याओं के खतरे को कम करते हैं.”

पाचन में मददगार

अंगूर के पत्ते फाइबर से भरपूर होते हैं, जो गट हेल्थ को इंप्रूव करने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है. एक्सपर्ट की माने तों इसमें इसके पत्तो में मौजूद फाइबर स्वस्थ माइक्रोबायोम के लिए आंत के वनस्पतियों के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करता है.

एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण 

अंगूर के पत्तो में सूजनरोधी गुण भी पाए जाते हैं. ये पॉलीफेनॉल शरीर में सूजन के लक्षणों को कम करते हैं, गठिया, सूजन आंत्र रोग और पुरानी सूजन के कारण शरीर में होने वाले सामान्य दर्द के लक्षणों पर भी नियंत्रण पानी में मददगार साबित हो सकते हैं.

अंगूर के पत्तों से बनने वाली डोलमा रेसिपी ( Grapes Leaves Dolma Recipe)

सामग्री:

  • ताज़े या प्रिजर्वर किए हुए अंगूर के पत्ते – 20–25

  • बासमती चावल – 1 कप (उबले हुए)

  • प्याज – 1 (बारीक कटा हुआ)

  • लहसुन – 2–3 कलियां (कटी हुई)

  • टमाटर – 1 (बारीक कटा हुआ)

  • हरा धनिया और पुदीना – 2 टेबलस्पून

  • नींबू का रस – 2 टेबलस्पून

  • जैतून का तेल – 2 टेबलस्पून

  • नमक और काली मिर्च – स्वादानुसार

  • गरम पानी – 1 कप

  1. पत्तों की तैयारी: अगर अंगूर के पत्ते प्रिजर्व हैं तो उन्हें गर्म पानी में 5 मिनट भिगोकर नमक हटाएं. ताज़े पत्तों को हल्के उबालें ताकि वे मुलायम हो जाएं.

  2. फिलिंग तैयार करें: एक पैन में थोड़ा तेल गर्म करें. प्याज, लहसुन, टमाटर डालकर भूनें. फिर उबले चावल, हरा धनिया, पुदीना, नींबू रस, नमक और काली मिर्च मिलाएं.

  3. पत्तों में फिलिंग भरें: हर पत्ते पर थोड़ी फिलिंग रखें और सावधानी से रोल करें ताकि वो बंद हो जाए.

  4. पकाना: एक चौड़े बर्तन में रोल्स को सजा दें. ऊपर से थोड़ा जैतून तेल और गरम पानी डालें. धीमी आंच पर 30–40 मिनट तक पकाएं.

  5. सर्व करें: ठंडा या हल्का गर्म परोसें. इसे दही या ह्यूमस के साथ खाया जा सकता है.

यह डिश हल्की, हेल्दी और बहुत ही स्वादिष्ट होती है. अगर चाहें तो इसमें कीमा या पनीर भी भर सकते हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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