Natural Ways to Lower Your Cholesterol Levels: किसी भी बीमारी या सेहत से जुड़ी परेशानी जैसे कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल के रोग, वजन कम करना, पेट पर जमी चर्बी को घटाना, हाइपरटेंशन या ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना जैसी परेशानियों में सबसे जरूरी और सबसे पहला कदम जो होना चाहिए वह है आहार में संतुलित और सही बदलाव. ऐसा ही कोलेस्ट्रॉल लेवल के मामले में भी देखने को मिलता है. अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है, तो आप इसे सही आहार और संतुलित आहार लेकर नियंत्रण में कर सकते हैं. सही आहार लेने के साथ ही साथ इस बात का भी पूरा ध्यान रखना जरूरी है कि आप क्या ना खाएं. जी हां, किसी भी बीमारी से या सेहत से जुड़ी समस्या में इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि क्या खाएं. इसके साथ ही साथ यह जानना भी बहुत जरूरी है कि क्या न खाया जाए. यहां है वह तीन चीजें जिन्हें बढ़ते हुए कोलेस्ट्रॉल में बिल्कुल नहीं खाना चाहिए
क्या होता है कोलेस्ट्रॉल (What is Cholesterol)
कोलेस्ट्रॉल शरीर की कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक पदार्थ है, जो भोजन को पचाने और हार्मोन का उत्पादन करने में मदद करता है. मानव शरीर कुछ मात्रा में कोलेस्ट्रॉल का निर्माण करता है जिसकी शरीर को जरूरत होती है और इसके अलावा अतिरिक्त या ज्यादा कोलेस्ट्रॉल को शरीर पर बोझ माना जाता है. यानी इसे शरीर के लिए ठीक नहीं माना जाता. यह रक्त में वसा और प्रोटीन से बने बंडल या गांठ की तरह रहता और प्रवाह करता है.
जानिये कितना होना चाहिए आपका कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल खून (Additional cholesterol) में पाई जाने वाली फैट यानी वसा को कहा जाता है. एक मानक के तौर पर किसी भी उम्र के स्त्री-पुरुष में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 एमजी/डीएल से नीचे होना चाहिए. कोलेस्ट्रॉल के अत्यधिक निर्माण से अक्सर खतरनाक हृदय रोग हो सकते हैं. जब कोलेस्ट्रॉल की बात आती है, तो उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एचडीएल) कोलेस्ट्रॉल (Lipoprotein (HDL) cholesterol) का जिक्र करना भी लाजमी है.
कोलेस्ट्रॉल स्तर स्तर को नियंत्रित करने के लिए इन 3 चीजों से रहें दूर (Foods to Avoid If You Have Low or High HDL)
1. केक, समोसे और कुकीज :
ज्यादातर केक और कुकीज के लेबल पर मिश्रण में शून्य ग्राम ट्रांस वसा लिखी होती है, लेकिन इसमें एक चाल है. यदि ट्रांस वसा सामग्री 0.5 ग्राम से कम है तो निर्माता इसे शून्य ग्राम लिख सकते हैं. इसकी मात्रा फ्रॉस्टिंग में रखी हुई मिठाई खाने से बढ़ जाती है. औसतन फ्रॉस्टिंग वाले पदार्थो में 2 ग्राम ट्रांस वसा होती है और इतनी ही मात्रा में चीनी होती है.
2. बिस्कुट :
इसकी बात करने से बहुत से लोगों को आश्चर्य हो सकता है. लेकिन बिस्कुट में 3.5 ग्राम ट्रांस वसा होता है. इसमें रोजाना लिए जरूरी सोडियम की आधी मात्रा होती है.
3. कृत्रिम मक्खन :
ज्यादा मक्खन निर्माताओं ने अपने अवयवों में से ट्रांस वसा को हटा दिया है. लेकिन आप को इसकी जांच करनी चाहिए. अभी भी कुछ 3ग्राम की ट्रांस वसा की मात्रा रखते हैं.
इसके अलावा आपकों फ्रेंच फ्राइज या फ्राइड चिकन के उपयोग के समय यह ध्यान रखें कि यह वनस्पति घी या हाड्रोजनेटेड वसा में तली जाएं. इसके साथ ही आपको फ्रोजेन खाद्य पदार्थ, आइसक्रीम व पॉपकार्न के सेवन के दौरान भी ट्रांस वसा का स्तर देखना चाहिए.
(अस्वीकरण : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें. एनडीटीवी इस जानकारी की प्रमाणिकता की जिम्मेदारी नहीं लेता.)
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