नई दिल्ली:
पाकिस्तान दौरे के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगने का ट्वीट करने वाले फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप के संबंध में प्रतिक्रिया मांगने पर अभिनेता अजय देवगन ने उनके बयान को अनुचित करार दिया.
अजय देवगन ने कहा, "हम जो कुछ भी कह रहे हैं, उसके लिए हमें जिम्मेदार होना चाहिए." उन्होंने निशाना साधते हुए कहा, " ये लोग हैं जो माहौल को बिगाड़ते हैं. अगर आपको यह नहीं मालूम कि आप क्या कह रहे हैं तो आप इस तरह से जवाब नहीं दे सकते, इसलिए आप जो भी कहें, जिम्मेदारीपूर्वक कहें. जब आप इस तरह के बयान देते हैं तो वह आपके खिलाफ जाते हैं, इसलिए चुप रहें और चीजों को अपने हिसाब से होने दें."
गौरतलब है कि पिछले रविवार को फिल्मकार अनुराग कश्यप ने एक के बाद कई ट्वीट करके करण जौहर का पक्ष लिया था जिनकी फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ पर पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को लिए जाने पर विवाद था. चार राज्यों के थिएटर मालिकों ने फिल्म को दिखाने से इनकार कर दिया था.
कुछ राजनीतिक दलों और निर्माता संघ द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाने का विरोध करते हुए कश्यप ने कहा था कि जिस वक्त पीएम मोदी पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ की मेहमाननवाजी में थे, उसी वक्त करण जौहर इस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. इसके बाद कश्यप ने अपने ट्वीट का बचाव करते हुए लिखा था, "जब शासक दल के सदस्य संकट की घड़ी में बात नहीं करते क्योंकि वे पीएम मोदी का मिजाज भांपते हैं तो ऐसी स्थिति में मैं सीधे पीएम से बात करना चाहूंगा."
कई प्रसिद्ध फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके अभिनेता अजय देवगन ने तर्क देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने जब इस्लामाबाद की यात्रा की थी, तब वह 'राजनीतिक रूप से गलत' कदम नहीं था. "वह कई मुद्दों को निपटाने गए थे, लेकिन वो सब कुछ नहीं हुआ. तब के परिदृश्य में और अब के हालात में बहुत अंतर है."
गौरतलब यह भी है कि करण जौहर की फिल्म पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को लेने की वजह से मनसे कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना कर रही थी. फिल्म को 28 अक्टूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होना है. पिछले हफ्ते फडणवीस की मध्यस्थता में फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड, निर्माता और मनसे के ठाकरे के बीच बैठक में फिल्म की रिलीज सुनिश्चित की गई. बैठक में एक प्रमुख मांग को स्वीकार कर लिया गया कि फिल्म के निर्माता सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपए का योगदान देंगे.
अजय देवगन ने कहा, "हम जो कुछ भी कह रहे हैं, उसके लिए हमें जिम्मेदार होना चाहिए." उन्होंने निशाना साधते हुए कहा, " ये लोग हैं जो माहौल को बिगाड़ते हैं. अगर आपको यह नहीं मालूम कि आप क्या कह रहे हैं तो आप इस तरह से जवाब नहीं दे सकते, इसलिए आप जो भी कहें, जिम्मेदारीपूर्वक कहें. जब आप इस तरह के बयान देते हैं तो वह आपके खिलाफ जाते हैं, इसलिए चुप रहें और चीजों को अपने हिसाब से होने दें."
गौरतलब है कि पिछले रविवार को फिल्मकार अनुराग कश्यप ने एक के बाद कई ट्वीट करके करण जौहर का पक्ष लिया था जिनकी फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ पर पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को लिए जाने पर विवाद था. चार राज्यों के थिएटर मालिकों ने फिल्म को दिखाने से इनकार कर दिया था.
कुछ राजनीतिक दलों और निर्माता संघ द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाने का विरोध करते हुए कश्यप ने कहा था कि जिस वक्त पीएम मोदी पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ की मेहमाननवाजी में थे, उसी वक्त करण जौहर इस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. इसके बाद कश्यप ने अपने ट्वीट का बचाव करते हुए लिखा था, "जब शासक दल के सदस्य संकट की घड़ी में बात नहीं करते क्योंकि वे पीएम मोदी का मिजाज भांपते हैं तो ऐसी स्थिति में मैं सीधे पीएम से बात करना चाहूंगा."
कई प्रसिद्ध फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके अभिनेता अजय देवगन ने तर्क देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने जब इस्लामाबाद की यात्रा की थी, तब वह 'राजनीतिक रूप से गलत' कदम नहीं था. "वह कई मुद्दों को निपटाने गए थे, लेकिन वो सब कुछ नहीं हुआ. तब के परिदृश्य में और अब के हालात में बहुत अंतर है."
गौरतलब यह भी है कि करण जौहर की फिल्म पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को लेने की वजह से मनसे कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना कर रही थी. फिल्म को 28 अक्टूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होना है. पिछले हफ्ते फडणवीस की मध्यस्थता में फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड, निर्माता और मनसे के ठाकरे के बीच बैठक में फिल्म की रिलीज सुनिश्चित की गई. बैठक में एक प्रमुख मांग को स्वीकार कर लिया गया कि फिल्म के निर्माता सेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपए का योगदान देंगे.
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