नई दिल्ली:
फिल्मों के विषय और उनमें महिलाओं को दिखाए जाने के तरीके में काफी बदलाव आ रहा है और कई दिग्गज हीरोइनों को यह बदलाव काफी भा रहा है. पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन का कहना है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस द्वारा निभाई जा रही भूमिकाओं में फिलहाल में आ रहा बदलाव शानदार है. सुष्मिता ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, 'फिल्म उद्योग में महिला कलाकारों के लिए शानदार समय है, क्योंकि 13 सालों में, मैंने पहली बार देखा है कि सभी का ध्यान पूरी तरह महिला केंद्रित विषय वाली फिल्म पर होता है.
'हाल ही में हिंदी फिल्मों में बेहद अलग तरह की फिल्मों और समानान्तर सिनेमा की पहचान रही शबाना आजमी का भी कुछ ऐसा ही मानना है. शबाना आजमी को लगता है कि पहले की तुलना में आज फिल्मों में महिला किरदारों में काफी बड़ा बदला आया है. हाल ही में शबाना ने लैक्मे फैशन वीक के दौरान न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, 'हिंदी फिल्मों में अभिनेत्रियों का चित्रण बदल गया है, जो सपष्ट नजर आता है. यह बदलाव सकारात्मक है.'
दो बेटियों, रीनी और अलीशाह की सिंगल मदर सुष्मिता ने कहा कि भारतीय दर्शक इस तरह फिल्मों से शिक्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमारे देश में फिल्में देखने का लोगों में शौक है. मुझे लगता है कि अच्छी पटकथा, अच्छे निर्माताओं और अलग तरह की फिल्मों से सीखने के इच्छुक दर्शकों के साथ इस तरह के अवसर बढ़ाए जाने चाहिए.' 'बीवी नंबर वन' और 'मैं हूं ना' जैसी फिल्मों का हिस्सा रहीं सुष्मिता 2010 की बॉलीवुड फिल्म 'नो प्रॉब्लम' और बंगाली फिल्म 'निरबाक' में नजर आ चुकी हैं.
सुष्मिता ने फिल्मों के बारे में कहा कि जिस तरह की फिल्में उन्हें मिल रही थीं, उससे उन्होंने दूर रहना ही बेहतर समझा. हाल ही में सुष्मिता सेन, मिस यूनिवर्स का टाइटल जीतने के 23 साल बाद एक बार फिर 'मिस यूनिवर्स' प्रतियोगिता के मंच पर पहुंची. फिलिपिंस के मनीला शहर में उन्होंने मिस यूनिवर्स 2016 प्रतियोगिता में जज की भूमिका निभाई.
दरअसल 1994 में जब वह खुद मिस यूनिवर्स बनी थीं तो वह मनीला में ही उन्होंने यह ताज जीता था. हाल ही में सुष्मिता ने डिजाइनर शशि वंगापल्ली के लिए लेक्मे फैशन वीक समर/रिसॉर्ट 2017 के रैंप पर जलवे बिखेरे.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
'हाल ही में हिंदी फिल्मों में बेहद अलग तरह की फिल्मों और समानान्तर सिनेमा की पहचान रही शबाना आजमी का भी कुछ ऐसा ही मानना है. शबाना आजमी को लगता है कि पहले की तुलना में आज फिल्मों में महिला किरदारों में काफी बड़ा बदला आया है. हाल ही में शबाना ने लैक्मे फैशन वीक के दौरान न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, 'हिंदी फिल्मों में अभिनेत्रियों का चित्रण बदल गया है, जो सपष्ट नजर आता है. यह बदलाव सकारात्मक है.'
दो बेटियों, रीनी और अलीशाह की सिंगल मदर सुष्मिता ने कहा कि भारतीय दर्शक इस तरह फिल्मों से शिक्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमारे देश में फिल्में देखने का लोगों में शौक है. मुझे लगता है कि अच्छी पटकथा, अच्छे निर्माताओं और अलग तरह की फिल्मों से सीखने के इच्छुक दर्शकों के साथ इस तरह के अवसर बढ़ाए जाने चाहिए.' 'बीवी नंबर वन' और 'मैं हूं ना' जैसी फिल्मों का हिस्सा रहीं सुष्मिता 2010 की बॉलीवुड फिल्म 'नो प्रॉब्लम' और बंगाली फिल्म 'निरबाक' में नजर आ चुकी हैं.
सुष्मिता ने फिल्मों के बारे में कहा कि जिस तरह की फिल्में उन्हें मिल रही थीं, उससे उन्होंने दूर रहना ही बेहतर समझा. हाल ही में सुष्मिता सेन, मिस यूनिवर्स का टाइटल जीतने के 23 साल बाद एक बार फिर 'मिस यूनिवर्स' प्रतियोगिता के मंच पर पहुंची. फिलिपिंस के मनीला शहर में उन्होंने मिस यूनिवर्स 2016 प्रतियोगिता में जज की भूमिका निभाई.
दरअसल 1994 में जब वह खुद मिस यूनिवर्स बनी थीं तो वह मनीला में ही उन्होंने यह ताज जीता था. हाल ही में सुष्मिता ने डिजाइनर शशि वंगापल्ली के लिए लेक्मे फैशन वीक समर/रिसॉर्ट 2017 के रैंप पर जलवे बिखेरे.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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