
हैदराबाद / बेंगलुरु/ तिरुवनंतपुरम:
तमिलनाडु में प्रतिबंधित अभिनेता एवं निर्देशक कमल हासन की मेगा बजट फिल्म 'विश्वरूपम' को हैदराबाद के थियेटरों से भी एक शो के बाद हटा लिया गया है, जबकि बेंगलुरु में इसे रिलीज ही नहीं किया गया।
हैदराबाद में फिल्म का पहला शो आज सुबह हुआ, लेकिन उसके बाद वितरकों ने तनाव फैलने की आशंका से फिल्म के तमिल और तेलुगू, दोनों भाषाओं के संस्करणों के बाद के शो रद्द कर दिए।
हालांकि केरल में 'विश्वरूपम' को 80 से ज्यादा सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया। कई भाषाओं में बनी यह फिल्म मुख्यतया केरल के 'बी' वर्ग के सिनेमाघरों में केरल सिने एग्जिबिटर्स एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शित की गई। इंडस्ट्री के सूत्रों ने कहा कि इस फिल्म का प्रदर्शन मल्टीप्लेक्सों और केरल फिल्म एग्जीबिटर्स फेडरेशन (केसीईए) के कुछ सिनेमाघरों में भी किया गया। प्रारंभिक खबर के अनुसार, इस फिल्म को राज्य के 86 सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया, जहां जनसंख्या की लगभग 25 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने मुस्लिम संगठनों द्वारा विरोध किए जाने के चलते 95 करोड़ रुपये के बजट से तैयार हुई इस फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया था। कमल हासन द्वारा प्रतिबंध के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने कल शाम प्रतिबंध को हटाने से इनकार करते हुए कहा था कि सप्ताहांत के दौरान एक जज फिल्म को देखने के बाद सोमवार को उस पर निर्णय देगा।
कमल हासन ने सरकार के प्रतिबंध को सांस्कृतिक आतंकवाद बताते हुए कहा था कि उन्होंने इससे ज्यादा मुस्लिमों की पक्षधर फिल्म कभी नहीं देखी है।
(इनपुट भाषा से भी)
हैदराबाद में फिल्म का पहला शो आज सुबह हुआ, लेकिन उसके बाद वितरकों ने तनाव फैलने की आशंका से फिल्म के तमिल और तेलुगू, दोनों भाषाओं के संस्करणों के बाद के शो रद्द कर दिए।
हालांकि केरल में 'विश्वरूपम' को 80 से ज्यादा सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया। कई भाषाओं में बनी यह फिल्म मुख्यतया केरल के 'बी' वर्ग के सिनेमाघरों में केरल सिने एग्जिबिटर्स एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शित की गई। इंडस्ट्री के सूत्रों ने कहा कि इस फिल्म का प्रदर्शन मल्टीप्लेक्सों और केरल फिल्म एग्जीबिटर्स फेडरेशन (केसीईए) के कुछ सिनेमाघरों में भी किया गया। प्रारंभिक खबर के अनुसार, इस फिल्म को राज्य के 86 सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया, जहां जनसंख्या की लगभग 25 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने मुस्लिम संगठनों द्वारा विरोध किए जाने के चलते 95 करोड़ रुपये के बजट से तैयार हुई इस फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया था। कमल हासन द्वारा प्रतिबंध के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए मद्रास हाईकोर्ट ने कल शाम प्रतिबंध को हटाने से इनकार करते हुए कहा था कि सप्ताहांत के दौरान एक जज फिल्म को देखने के बाद सोमवार को उस पर निर्णय देगा।
कमल हासन ने सरकार के प्रतिबंध को सांस्कृतिक आतंकवाद बताते हुए कहा था कि उन्होंने इससे ज्यादा मुस्लिमों की पक्षधर फिल्म कभी नहीं देखी है।
(इनपुट भाषा से भी)
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